Pariksha Pe Charcha: पीएम मोदी ने छात्रों को समझाया, आलोचना और चुनौतियों को कैसे हैंडल करें? सक्सेस होने के भी दिए मंत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्टूडेंट्स से 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में बातचीत कर रहे हैं।
Pariksha Pe Charcha 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्टूडेंट्स से 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'शायद इतनी ठंड में पहली बार परीक्षा पर चर्चा हो रही है। आमतौर पर फरवरी में करते हैं, विचार आया कि आप सबको 26 जनवरी का भी लाभ मिले। आप सब कर्तव्य पथ पर गए थे, कैसा लगा, घर जाकर क्या बताएंगे? परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा है। देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा दे रहे हैं। मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है।'
PM ने कहा कि मुझे लाखों की तादाद में सवाल पूछते हैं, व्यक्तिगत समस्याएं बताते हैं, परेशानियां बताते हैं। सौभाग्य है कि देश का युवा मन क्या सोचता है, किन उलझनों से गुजरता है, देश से उसकी अपेक्षाएं क्या हैं, सरकारों से अपेक्षा क्या है, सपने क्या हैं, संकल्प क्या हैं, मेरे लिए ये बहुत बड़ा खजाना है। मैंने मेरे सिस्टम को कहा है कि सारे सवालों को इकट्ठा करके रखिए। 10-15 साल बात सोशल साइंटिस्टों के द्वारा उनका एनालिसिस करेंगे। पीढ़ी और स्थिति बदलने के साथ सपने-संकल्पों-सोच के बदलने का आकलन करेंगे। इतना बड़ा डेटा शायद ही कहीं मिले।'
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का यह छठा संस्करण है।
पटना से प्रियंका कुमारी, मदुरई से अश्विनी, दिल्ली से नवतेज- अगर नतीजे अच्छे न हों तो परिवार की निराशा से कैसे निपटूं? आजकल छात्र हाथ काट ले रहे हैं, वो अपनी भावनाओं को लेकर दूसरों पर भरोसा नहीं करते हैं?
PM मोदी- 'अश्विनी आप क्रिकेट खेलती हैं। क्रिकेट में गुगली होती है। निशाना एक होता है, दिशा दूसरी होती है। लगता है कि आप पहली बार में मुझे आउट करना चाहती हो। अगर परिवार के लोगों की अपेक्षाएं हैं तो ये स्वाभाविक है। इसमें कुछ गलत भी नहीं है, लेकिन अगर परिवार के लोग अपेक्षाएं सोशल स्टेटस के कारण कर रहे हैं तो वो चिंता का विषय है। उनका सोशल स्टेटस का इतना दबाव है कि उन्हें लगता है कि बच्चों के लिए सोसाइटी में क्या बताएंगे। बच्चे कमजोर हैं तो कैसे चर्चा करेंगे। मां-बाप आपकी क्षमता जानने के बावजूद सोशल स्टेटस के कारण क्लब-सोसाइटी में जाते हैं तो बच्चों की बातें करते हैं। उन्हें कॉम्प्लेक्स आता है। बड़ी-बड़ी बातें बताते हैं अपने बच्चों के बारे में। घर में आकर वही अपेक्षा करते हैं। समाज जीवन में यह सहज हो गया है।'
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि क्या आपने कभी अपनी मां के समय प्रबंधन कौशल को देखा है? एक मां अपने द्वारा किए जाने वाले अपार कार्यों से कभी भी बोझिल महसूस नहीं करती है। अगर आप अपनी मां को ध्यान से देखेंगे, तो आप समझ पाएंगे कि अपने समय का अच्छे से प्रबंधन कैसे किया जाता है।
पीएम मोदी की छात्रों को सलाह
प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि केवल परीक्षा के लिए ही नहीं हमें अपने जीवन में हर स्तर पर टाइम मैनेजमेंट को लेकर जागरूक रहना चाहिए। आप ऐसा स्लैब बनाइए कि जो आपको कम पसंद विषय है उसको पहले समय दीजिए… उसके बाद उस विषय को समय दीजिए जो आपको पसंद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब ज़िंदगी और जगत बहुत बदल चुका है। आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है… इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा लेकिन ज़िन्दगी कभी पार नहीं कर पाएगा।
पीएम बोले- जो मेहनती हैं, उनकी मेहनत जरूर रंग लाएगी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो मेहनती विद्यार्थी है उसकी मेहनत उसकी जिंदगी में अवश्य ही रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले जाएगा लेकिन वो कभी भी आपकी ज़िन्दगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं उनका जीवन निश्चित रूप से एक धन्य जीवन होगा, रंगों से भरा जीवन। आपके और आपके साथियों के बीच परीक्षा में 2-3 अंकों का अंतर लंबे समय में जीवन में मायने नहीं रखता। जो समर्पित हैं वे निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करेंगे।
पीएम मोदी बोले- हमें जीवन में कभी भी शॉर्टकट नहीं अपनाना चाहिए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे लोग हैं, जो बहुत मेहनत करते हैं। कुछ छात्रों के लिए उनके जीवन के शब्दकोश में 'कड़ी मेहनत' मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ मुश्किल से स्मार्ट काम करते हैं, और कुछ स्मार्ट कड़ी मेहनत करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें इन पहलुओं की बारीकियों को सीखना चाहिए और वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए उसी के अनुसार काम करना चाहिए।
पीएम ने कहा कि कुछ छात्र अपनी रचनात्मकता का प्रयोग परीक्षाओं में 'धोखाधड़ी' के लिए करते हैं लेकिन यदि वे छात्र अपने समय और रचनात्मकता का सदुपयोग करें तो वे सफलता की ऊंचाइयों को छू लेंगे। हमें जीवन में कभी भी शॉर्टकट नहीं अपनाना चाहिए, खुद पर ध्यान देना चाहिए।
पीएम बोले- जो मेहनती हैं, उनकी मेहनत जरूर रंग लाएगी
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो मेहनती विद्यार्थी है उसकी मेहनत उसकी जिंदगी में अवश्य ही रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले जाएगा लेकिन वो कभी भी आपकी ज़िन्दगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी। आपके और आपके साथियों के बीच परीक्षा में 2-3 अंकों का अंतर लंबे समय में जीवन में मायने नहीं रखता। जो समर्पित हैं वे निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करेंगे।
पीएम ने कहा कि पहले काम को समझिए… हमें भी जिस चीज की जरूरत है उसी पर फोकस करना चाहिए। अगर मुझे कुछ अचीव करना है तो मुझे स्पेसिफिक एरिया पर फोकस करना होगा… तभी परिणाम मिलेगा। हमें 'स्मार्टली हार्डवर्क' करना चाहिए, तभी अच्छे परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब ज़िंदगी और जगत बहुत बदल चुका है।
प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है… इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा लेकिन ज़िन्दगी कभी पार नहीं कर पाएगा। जब एक बार आप इस सत्य को स्वीकार कर लेते हैं की मेरी एक क्षमता है और मुझे अब इसके अनुकूल चीजों को करना है… आप जिस दिन अपने सामर्थ्य को जान जाते हैं, उस दिन बहुत बड़े सामर्थ्यवान बन जाते हैं।