संसद सुरक्षा चूक मामले में बड़ा एक्शन, UAPA के तहत आरोपियों पर मामला दर्ज, सरकार ने उठाए ये 5 जरूरी कदम!
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामले में यूएपीए की धारा जोड़ दी है। फिलहाल स्पेशल सेल मामले की जांच में जुटी है।
Parliament Security Breach : संसद सुरक्षा चूक मामले को लेकर नया अपडेट सामने आया है। जानकारी के अनुसार मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामले में यूएपीए की धारा जोड़ दी है। फिलहाल स्पेशल सेल मामले की जांच में जुटी है।
UAPA कानून... गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए को आतंकी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए लाया गया था. यूएपीए की धारा-15 आतंकी गतिविधि को परिभाषित करती है. इसके तहत कम से कम 5 साल और अधिकतम आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है. अगर आतंकी घटना में किसी की जान चली जाती है, तो दोषी व्यक्ति को सजा-ए-मौत या फिर आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है.
बुधवार को हुई घटना के बाद गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जांच सौंप दी है। वहीं घटना पर चिंता जताते हुए सभी विपक्षी दलों ने सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला की सभी पार्टियों के फ्लोर लीडर्स के साथ बैठक की। इसमें स्पीकर ने तत्काल प्रभाव से कई कदम उठाने की जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि सभी आरोपी भगत सिंह फैन क्लब नाम के सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े हुए थे. हालांकि, इनका क्या मकसद था, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. बताया जा रहा है कि आरोपी करीब डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले और योजना को आगे बढ़ाने पर चर्चा की. लगभग नौ महीने पहले एक और बैठक हुई, जब आरोपियों ने पूरे हमले की योजना बनाई.
पुलिस ने बताया कि कुल छह आरोपी हैं। दो अंदर घुसे थे, जबकि दो बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। पूछताछ में दो लोगों का और नाम सामने आया। फिलहाल पांच गिरफ्त में है और एक फरार है।
सूत्रों ने बताया कि सागर शर्मा इसी जुलाई में लखनऊ से दिल्ली आए थे. इस यात्रा के दौरान, वह संसद में प्रवेश नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने बाहर से ही इसकी निगरानी की और सुरक्षा जांच को ध्यान से देखा. कल की योजना को अंजाम देने के लिए आरोपी इस रविवार को दिल्ली पहुंचे. वे गुरुग्राम में विक्की के घर पर रुके थे.
पता चला कि अमोल शिंदे अपने गृहराज्य महाराष्ट्र से अपने साथ धुएं के कैन लेकर आए थे. इंडिया गेट पर एक बैठक के दौरान समूह के सदस्यों के बीच कैन बांटे गए. इसके बाद पूरी योजना को अंजाम देने के लिए सफर शुरू किया गया.
सूत्रों ने बताया कि सभी छह लोग संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन केवल सागर शर्मा और मनोरंजन ही पास पाने में कामयाब रहे. दोनों कल दोपहर में संसद में दाखिल हुए. इसके बाद उन्होंने बड़ी चालाकी से पूरी घटना को अंजाम दिया.
5 जरूरी कदम, जो अब उठाए...
नई संसद में घुसपैठ के बाद अब सिक्योरिटी प्रोटोकॉल्स में कई बदलाव किए जा रहे...
1. सांसदों, स्टाफ मेंबर्स और पत्रकारों के एंट्री गेट अलग होंगे। विजिटर्स को चौथे गेट से प्रवेश कराया जाएगा।
2. विजिटर पास जारी करने पर अभी रोक लगा दी गई है।
3. दर्शकदीर्घा के चारों ओर ग्लास की शील्ड लगाई जाएगी, ताकि कोई कूदकर सदन के अंदर न आ सके।
4. एयरपोर्ट की तरह बॉडी स्कैन मशीनें लगाई जाएंगी।
5. सुरक्षाकर्मियों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी।