पीएम मोदी बोले- 'दुनिया का कल्याण करेगा आयुर्वेद', योग और आयुर्वेद से दुनिया के लिए नई उम्मीद, गिनाईं उपलब्धियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में 9वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के समापन सत्र को संबोधित किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में 9वीं वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के समापन सत्र को संबोधित किया. यहां पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि दुनियाभर के 30 से ज्यादा देशों ने आयुर्वेद को पारंपरिक दवाओं का दर्जा दिया है. हमें मानवता के हित के लिए आयुर्वेद के संदेश को ज्यादा से ज्यादा देशों में फैलाने का टारगेट रखना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि आयुर्वेद सिर्फ इलाज के बारे में नहीं है, यह कल्याण को भी बढ़ावा देता है। प्रधानमंत्री 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के समापन समारोह में गोवा पहुंचे हैं। यहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि योग और आयुर्वेद दुनिया के लिए नई उम्मीद हैं। हमारे पास आयुर्वेद का परिणाम भी है और प्रभाव भी, लेकिन प्रमाण के मामले में हम पिछड़ रहे थे। इसलिए आज हमें 'डेटा बेस्ड एविडेंस' का डॉक्युमेंटेशन करना है।
साथ ही पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कुछ लोग समझते हैं कि आयुर्वेद सिर्फ इलाज के लिए है लेकिन इसकी खूबी ये भी है कि आयुर्वेद हमें जीवन जीने का तरीका सिखाता है. साथ ही आयुर्वेद हमें सिखाता है कि हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर की तरह ही शरीर और मन भी एक साथ स्वस्थ रहने चाहिए, उनमें समन्वय रहना चाहिए.
पीएम ने समारोह के दौरान तीन राष्ट्रीय आयुष संस्थानों को राष्ट्र को समर्पित किया। तीन संस्थानों में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA), गोवा, राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान (NIUM), गाजियाबाद और राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान (NHI), दिल्ली, अनुसंधान शामिल है।
पीएम मोदी ने आगे अपने संबोधन में कहा ये तीनों संस्थान आयुष हेल्थकेयर सिस्टम को गति देंगे। उन्होंने कहा 30 से अधिक देशों ने आयुर्वेद को एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में मान्यता दी है। हमें अन्य देशों में भी आयुर्वेद को बढ़ावा देना है।
वहीं, इस मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि पणजी, गोवा में पीएम नरेंद्र मोदी ने आयुर्वेद को वैश्विक पहुंच दी है। आज मैं घोषणा कर रहा हूं कि हम राज्य के आयुष डॉक्टरों के लिए गोवा में आयुष मंत्रालय बनाएंगे। बता दें इन संस्थानों को लगभग 970 करोड़ रुपये की कुल लागत से बनाया गया है। इनके माध्यम से अस्पताल के बिस्तरों की संख्या में लगभग 500 की वृद्धि होगी और छात्रों के प्रवेश में भी लगभग 400 की वृद्धि होगी।