पीएम मोदी ने कहा, ये काम हमें निरंतर बिना रुके, बिना थके करने हैं
महात्मा गांधी कहते थे कि मेरे स्वराज की कल्पना का आधार, ग्राम स्वराज ही है. इसलिए ग्राम पंचायतें हमारे लोकतंत्र की एकजुट शुक्ति का केंद्र हैं.
देश में कोरोना महामारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार जनता से अपील करते आ रहे है. इस अपील को लेकर पीएम अब तक कई बार जनता को संबोधित भी कर चुके है. इस बार फिर उन्होंने एक संदेश देने की कोशिश की है.
पीएम मोदी ने कहा है कि गांव में sanitization अभियान हो, शहरों से आने वाले लोगों के लिए इतने कम समय में quarantine centres बनाने का काम हो, हर एक व्यक्ति के खान-पान और जरूरतों की चिंता हो, या फिर आम लोगों को जागरूक करने का काम हो, ये काम हमें निरंतर बिना रुके, बिना थके करने हैं. किसान का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है. वो हमारा अन्नदाता है और निस्वार्थ भाव से देशवासियों को पेट पालता है. किसान और पशुपालक साथियों ने लॉकडाउन के समय देश को अनाज, दूध, दही, फल की कमी नहीं होने दी.
मोदी ने कहा कि कोरोना संकट ने अपना सबसे बड़ा संदेश, सबसे बड़ा सबक हमें दिया है कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा. भारत में यह विचार सदियों से रहा है लेकिन बदली परिस्थितियों ने हमें फिर से याद दिलाया है कि हमें आत्मनिर्भर बनना ही होगा.आप सभी इस मुश्किल परिस्थिति में भी गांवों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. महात्मा गांधी कहते थे कि मेरे स्वराज की कल्पना का आधार, ग्राम स्वराज ही है. इसलिए ग्राम पंचायतें हमारे लोकतंत्र की एकजुट शुक्ति का केंद्र हैं.
बता दें कि देश में कोरोना के मरीज रोज बढ़ते नजर आ रहे है जबकि सरकार हर संभव इस माहामारी को रोकने के लिए लगी हुई है. लेकिन महाराष्ट्र , दिल्ली समेत कई राज्य धीरे धीरे इसमें फंसते नजर आ रहे है.