नई दिल्ली। पीएम मोदी ने बृहस्पतिवार को डॉक्टर्स डे के मौके पर देश के चिकित्सकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में देश के डॉक्टरों ने देश के लाखों की जान बचाई। कई डॉक्टरों ने इलाज के दौरान अपने जीवन की आहुति दे दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉक्टर्स को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है, तो ऐसे ही नहीं कहा जाता. कितने ही लोग ऐसे होंगे जिनका जीवन किसी संकट में पड़ा होगा, किसी बीमारी या दुर्घटना का शिकार हुआ होगा, या फिर कई बार हमें ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे?
इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 130 करोड़ भारतीयों की ओर से मैं देश के सभी डॉक्टर्स का आभार व्यक्त करता हूं जिस तरह से देश की सेवा की है, वह अपने आप में एक प्रेरणा है,
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से अपील करते हुए पीएम ने कहा कि वे योग के फायदों के लेकर रिसर्च करें। पीएम मोदी ने कहा कि जब डॉक्टर योग पर स्टडी करते हैं तो पूरी दुनिया इस बात को गंभीरता से लेती है। क्या आईएमए की ओर से ऐसे अध्ययन को मिशन मोड पर आगे बढ़ाया जा सकता है? क्या योग पर आपकी स्टडी इंटरनेशनल जर्नल्स में प्रकाशित हो सकती है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप सभी लोगों से अपील करता हूं कि पूरी जागरूकता के साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। आज कल चिकित्सा जगत से जुड़े लोग योग को प्रमोट करने के लिए आगे आ रहे हैं।
नई योजनाओं की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब हम ऐसे क्षेत्रों में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की एक क्रेडिट गारंटी स्कीम लेकर आए हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 तक जहां देश में केवल 6 एम्स थे, इन 7 सालों में 15 नए एम्स का काम शुरू हुआ है>