Lock Down में मजदूरों के लिए राहुल गांधी ने उठाई आवाज, सरकार से की ये मांग
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा है, हम सरकार से अपील करते हैं कि इस संकट में आपातकाल राशन कार्ड जारी किए जाएं.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन में फंसे मजदूरों के लिए आवाज उठाई है. राहुल गांधी ने लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की दैनिक जरूरतों के लिए केंद्र सरकार से आपातकाल राशन कार्ड जारी करने की अपील की है. राहुल गांधी ने कहा कि देश में ढेरो अनाज गोदामों में सड़ रहा है और लोग भूखे मरने की कगार पर हैं.
हम सरकार से अपील करते हैं कि इस संकट में आपातकाल राशन कार्ड जारी किए जाएँ।ये उन सभी के लिए हों जो इस लॉकडाउन में अन्न की कमी से जूझ रहे हैं।लाखों देशवासी बिना राशन कार्ड के PDS का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।अनाज गोदाम में सड़ रहा है जबकि सैकड़ों भूखे पेट इंतज़ार कर रहे हैं।अमानवीय!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 15, 2020
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा है, हम सरकार से अपील करते हैं कि इस संकट में आपातकाल राशन कार्ड जारी किए जाएं. ये उन सभी के लिए हों जो इस लॉकडाउन में अन्न की कमी से जूझ रहे हैं. लाखों देशवासी बिना राशन कार्ड के PDS का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. अनाज गोदाम में सड़ रहा है जबकि सैकड़ों भूखे पेट इंतज़ार कर रहे हैं. अमानवीय!
राहुल गांधी ने की थी कोरोना वॉरियर्स की तारीफ
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश भर में कोरोनावायरस के प्रकोप से निपट रहे उन तमाम स्वास्थ्य कर्मियों को सराहा है, जो इस मुश्किल घड़ी में कोरोना के खिलाफ सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े हैं. स्वास्थ्य कर्मियों के नाम संदेश में कांग्रेस नेता ने कहा, पूरे देश में अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर स्वास्थ्यकर्मी, नर्स, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता निष्ठा और साहस के साथ कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. देशभक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण यही है कि संकट की घड़ी में आप देश के काम आएं. ऐसे वक्त में जब कोई भी गलत जानकारी लोगों को मुश्किल में डाल सकती है, तब आशा वर्कर्स एक-एक घर जाकर सही जानकारी एवं सुविधा उपलब्ध करा रहीं हैं.
इसके पहले भी राहुल गांधी ने पीएम को घेरा था
आपको बता दें कि कोरोना के कहर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी काफी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने 13 अप्रैल को भी पीएम मोदी को इस मामले में घेरा था. राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा था, 'पूरे देश में एक ही तरह का लॉकडाउन लागू करने से करोड़ों किसानों, मजदूरों और कारोबारियों को बहुत पीड़ा हुई है. कोरोना वायरस से ज्यादा प्रभावित इलाकों (हॉटस्पॉट) के अलावा दूसरे क्षेत्रों में कारोबार धीरे-धीरे खुलने दिया जाए.' राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि किसानों, श्रमिकों, दिहाड़ी मज़दूरों, व्यापारियों, सभी को एक पैमाने से नहीं देखा जा सकता. पूर्ण लॉकडाउन कई वर्गों के लिए विपदा बन गया है. उन्होंने कहा कि देश को "स्मॉर्ट" समाधान की ज़रूरत है. बड़े स्तर पे टेस्ट,वाइरस हॉटस्पॉट की पहचान और घेराव करनी चाहिए. बाक़ी जगहों पर सावधानी से धीरे-धीरे काम-काज शुरू होना चाहिए.