राहुल ने मोदी को अपशब्दों से नवाजा, भूल गये मोदी देश के पीएम है और उम्र में भी बड़े है, सुनकर खौल उठेगा बीजेपी का खून
यूसुफ़ अंसारी
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बहुत आक्रामक होते जा रहे हैं। आज राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को कायर डरपोक जैसे शब्दों से नवाज़ा। साथ ही उन्हें मोहन भागवत के रिमोट कंट्रोल से चलने वाला प्रधानमंत्री क़रार दिया। राहुल गांधी ने ताल ठोक कर दावा किया कि नरेंद्र मोदी इतना डरपोक है कि राष्ट्रीय मुद्दों पर उनसे पांच मिनट बहस नहीं कर सकते। राहुल ने दावा किया अगर मोदी उनके सामने बहस के लिए आ जाएं तो सिर्फ 2 सवाल सुनकर भाग खड़े होंगे। बात यहीं खत्म नहीं हुई राहुल गांधी ने बाकायदा एक्शन करके दिखाया कि मोदी बहस से कैसे भागेंगे।
राहुल का मोदी पर अब तक का सबसे तीखा हमला
कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन में राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी और संघ परिवार पर बेहद आक्रामक नजर आए। उनका लहज़ा सख़्त था तेवर तीखे। इस सम्मेलन में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला है। राहुल इतने आक्रामक थे कि कई बार वो सामान्य शिष्टाचार की सीमा भी लांंघते नजर आए। उन्होंने बेहद सख्त लहजे में कहा, 'मोदी डरपोक है। वो कायर है।' राहुल ने सम्मेलन में आए लोगों से मुखातिब होते हुए कहा कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी में हिम्मत है तो उनके सामने सिर्फ 5 मिनट, 6 मिनट नहीं बल्कि सिर्फ 5 मिनट बहस करके दिखाएं। भीड़ से आवाज़ आई कि वो हार जाएंगे। इस पर राहुल गांधी ने कहां हार नहीं, वह भाग जाएगा। राहुल जब भी मोदी का नाम लेते भीड़ से आवाज आती चोर है। इस पर राहुल गांधी ने बाकायदा नारा लगवाया। राहुल ने कहा कि जब 2014 के चुनाव चल रहे थे तो नरेंद्र मोदी मंच से बोलते थे, 'अच्छे दिन' फिर जनता बोलती थी, 'आने वाले हैं।' लेकिन अब ये नारा बदल गया है। इतना समझाने के बाद राहुल गांधी ने कहा, 'चौकीदार।' भीड़ से आवाज आई, 'चोर है।' राहुल गांधी ने लगातार तीन बार ये नारा लगवाया। बाद में अपने भाषण के दौरान राहुल ने कई बारी यह नारा लगवाया।
पीएम मोदी का रिमोट भागवत के हाथ में
संभवत पहली बार राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को रिमोट कंट्रोल से चलने वाला प्रधानमंत्री करार दिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के जरिए संघ नागपुर से देश चलाना चाहता है और प्रधानमंत्री का कंट्रोल संघ प्रमुख मोहन भागवत के हाथ में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर ये आरोप लगाते हैं कि यूपीए की सरकार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 10 दस जनपथ के इशारों पर काम करते थे। बीजेपी की तरफ से अक्सर यही कहा जाता है कि मनमोहन सिंह का रिमोट कंट्रोल सोनिया गांधी और राहुल गांधी के ही हाथ में रहता था इसी का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने आज नरेंद्र मोदी को संघ के इशारे पर चलने वाला और संघ प्रमुख मोहन भागवत के रिमोट कंट्रोल से संचालित होने वाला प्रधानमंत्री करार दिया। राहुल ने कहा कि आरएसएस का मकसद देश में संविधान का राज खत्म करके उस पर अपना नागपुरिया संविधान थोंंपने का है। लेकिन हम उसे उसके मकसद में कामयाब नहीं होने देंगे। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग कायर हैं। आप, यानि कांग्रेस के कार्यकर्ता शेर हैंं। जब कायरों का मुकाबला शेरोंं से होता है तो कायर लोग भाग जाते हैं। आप देखना 2019 के चुनाव में ये लोग आप से डर कर भाग जाएंगे।
मोदी के चेहरे पर घबराहट
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए सबसे पहले लोगों से पूछा कैसे हैं आप उसके बाद पूछा कि क्या आप ने हाल ही में प्रधानमंत्री को टेलीविजन पर बोलते हुए देखा है आजकल को बोलते हुए कैसे लगते हैं फिर खुद ही बताया उनके चेहरे पर अब घबराहट दिख रही है डर दिख रहा है उनको पता चल गया है कि नफरत फैलाने से देश पर राज नहीं कर सकते जब वह प्रधानमंत्री बने थे तब कहा करते थे 56 इंच की छाती है 15 साल राज करेंगे लेकिन अब उनकी छाती सिकुड़ कर 4 इंच की रह गई है की रह गई है। उन्होंने कहा कि मोदी को 2019 के चुनाव में अपनी हार साफ दिख रही है। किसानों, ग़रीबो, भरष्टाचार की बात हो तो सभी मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी ने मोदी की सच्चाई जनता बताई है। राहुल ने दावा किया कि 2019 सभा चुनाव में कांग्रेस मोदी और आरएसएस को हराने जा रही है। अपने भाषण के आखिर में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस दूसरी विपक्षी दलों के साथ मिलकर बीजेपी और आरएसएस को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी। यही कांग्रेस का लक्ष्य है।
मोदी और सिंह पर हमला
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर एक साथ हमला बोलते हुए इन्हें कायर करार दिया राहुल गांधी ने कहा कि वो पांच साल से मोदी से लड़ रहे हैंं। उन्होंने कहा कि मोदी से लड़ते-लड़ते वह जान गए हैं कि यै डरपोक आदमी है। कायर है। आरएसएस का डीएनए ही कायरता वाला है। जब जब कांग्रेस से जुड़ा हर शख्सस आजादी की लड़ाई लड़ रहा था तब आरएसएस एस से जुड़े लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे। राहुल गांधी ने बाकायदा हाथ मेंं कागज और पेन लेकर बताया कि आरएसएस के लोग कैसे अंग्रेजों के सामने माफीनामा लिखते थे। राहुल ने बताया कि आरएसएस के नेता कहते थे बताइए हम क्या लिख देंं। हम आप के खिलाफ कभी लड़ाई नहीं लड़ेंगे। हम आजादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लेंगे। जो आप कहेंगे, हम लिख देंगे। बस हमें छोड़ दीजिए। हमें जेल मत भेजिए भेजिए। राहुल ने दावा किया कि आप सिर्फ 5 मिनट के लिए मोदी जी को मेरे सामने बहस में खड़ा कर दीजिए। मैं राफेल, राष्ट्रीय सुरक्षा, देश के आर्थिक हालात पर ऐसे-ऐसे ऐसे सवाल पूछूंगा कि वह मैदान छोड़कर भाग जाएगा।
भारत सभी का, सभी की रक्षा कांग्रेस का लक्ष्य
अल्पसंख्यकों के राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर से आए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को राहुल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भरोसा दिलाया कि ये देश हिंदुस्तान के हर व्यक्ति का है। यहां से कोई किसी को निकाल नहीं सकता उन्हें भरोसा दिलाया कि यह कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि कांग्रेस देश के हर नागरिक के हक की लड़ाई लड़ती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के हर नागरिक की पार्टी है। उन्होंने देश के विकास में अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े तमाम हस्तियों के नाम की दवाई उन्होंने कहा कि देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद थे जिन्होंने इस देश में आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थाओं की नींव रखी। देश को परमाणु ताकत बनाने की नींव विक्रम साराभाई ने रखी। इसी तरह रक्षा क्षेत्र की अगर बात करें तो मानेक्शा का नाम कौन भूल सकता है। राहुल गांधी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में हर समुदाय के लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमारे जो अल्पसंख्यक है उन्होंने हर कदम पर देश को बनाने का काम किया है।
गडकारी के बहाने बीजेपी पर हमला
राहुल गांधी ने केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कुछ बयानों के आधार बनाकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा है कि गडकरी जी कहते हैं कि उन्हें कई मंत्रियों के हिस्से का काम करना पड़ता है। इससे साफ जाहिर है कि मोदी जी किसी को काम नहीं करने देते। अब तो मोदी सरकार में शामिल कई मंत्री खुलेआम कहने लगे हैं कि मोदी जी उन्हें काम नहीं करने देते। राहुल गांधी ने जैसे ही मैं नितिन गडकरी की तारीफ करनी शुरू की भीड़ से आवाज आई कि वह अच्छे आदमी है राहुल पलट कर बोले अब वह इतने अच्छे आदमी भी नहीं है कि उनकी तारीफ की जाए। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी में सभी को चोर नहीं बता रहे सिर्फ एक व्यक्ति को चोर बता रहे हैं जो कि चौकीदार है।
मोदी की इमेज ख़त्म
राहुल गांधी ने मोदी पर एक के बाद एक अपने हमले जारी रखते हुए कहा कि आज की तारीख में मोदी की इमेज खत्म हो चुकी है। पांच साल पहले मोदीजी की जो इमेज बढ़िया थी। आज आप खुद कुबूल करते हैं कि वो चोर हैंं। या एक बार फिर राहुल गांधी ने शिष्टाचार की सीमा लगी और बोले, 'आज मोदी खुल कर बोल भी नही सकता। पहले वह सीना तान कर अकड़ में रहता था अब गर्दन झुकाए रहता है।' यह कहते हुए राहुल ने मोदी की नक़ल उतार कर दिखाई कि आज कल को कैसे बात करते हैं। राहुल आगे बोले पिछले 5 साल में मोदी ने क्या दिया, नोटबन्दी और गब्बर सिंह टैक्स। राहुल ने कहा कि डोकलाम मामले में मोदी की सारी हेकड़ी निकल गई थी। डोकलाम में चीन ने अपनी सेना भेजी। नरेंद्र मोदी हवाई जहाज में उड़ कर बेजिंग जाते हैंं। चीन सरकार के साथ बिना एजेंडा बात करते हैंं। चीन को पता चल चल गया मोदी की छाती 56 इंच की नहीं बल्कि 4 इंच की है। राहुल ने कहा कि मोदी ने चीन के सामने हाथ जोड़ा है।
कांग्रेसी ही विकल्प
देश भर से आए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के सामने राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस के विकल्प है। लोगों को कांग्रेस के हाथ मजबूत करने चाहिए। उन्होंने कहा कि संकट के समय में देश की जनता ने कांग्रेस के हाथ मजबूत किए हैं। कांग्रेस ने हमेशा देश को रास्ता दिखाया है। चाहे बात किसानों की हो या भ्रष्टाचार से लड़ने की। कांग्रेस हर बार जनता की उम्मीदों पर खरी उतरी है। राहुल भरोसा दिलाया कि सत्ता में आने पर उनकी सरकार देश के हर नागरिक को न्यूनतम आमदनी की गारंटी देगी और यह जनता मानते नहीं सीधे उनके खाते में जाएगी 2004 में जब कांग्रेस की सरकार केंद्र में बनी थी तब कांग्रेस ने रोजगार गारंटी दी थी और 2019 में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो न्यूनतम कारण तमाम देने की गारंटी नागरिकों को दी जाएगी और दुनिया के इतिहास में पहली बार भारत जैसा बड़ा देश तमाम देने की गारंटी देने वाला पहला देश बनेगा। जो भी ग़रीब लोग हैंं। चाहे जहां भी हो। वहां कांग्रेस पार्टी डायरेक्ट उनके एकाउंट में मिनिमम पैसा डाल देंगी।
अगर मोदी देश के 15 लोगों की जेबों में लाखो करोड़ रुपया डाल सकते हैंं तो हम ग़रीब जनता की जेब मे भी पैसा डाल सकते हैं। इतिहास में ऐसा कभी नही हुआ। ऐसा होने पर हिंदुस्तान में एक ग़रीब व्यक्ति नही बचेगा।
गौरतलब है कि 1998 में अपने वजूद में आने के बाद कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग ने पहली बार राष्ट्रीय सम्मेलन किया है। पहली बार ही इसके किसी सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष ने हिस्सा लिया है। सम्मेलन आनन फानन में किया गया। करीब 10 दिन पहले ही सम्मेलन का होना तय पाया गया था। इसके बावजूद जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के अंदर और बाहर बेहिसाब भीड़ थी। इस भीड़ को देखकर कांग्रेस नेताओं के साथ साथ राहुल गांधी भी गदगद थे। शायद भीड़ की तरफ से मिल रहे जबरदस्त रिस्पांस की वजह से ही राहुल के तेवर ज्यादा तीखे हो गए।