रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, 12 सितंबर से चलेंगी 80 स्पेशल ट्रेनें
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार ने शनिवार को कहा कि भारतीय रेलवे 12 सितंबर से 40 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने वाला है.
नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने 12 सितंबर से 80 नई स्पेशल ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है. इन ट्रेनों में सफर के लिए 10 सितंबर से बुकिंग की जा सकेगी. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार ने शनिवार को कहा कि भारतीय रेलवे 12 सितंबर से 40 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने वाला है. इसके लिए 10 सितंबर से रिजर्वेशन शुरू हो जाएंगे.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि इन 40 जोड़ी यानी 80 स्पेशल ट्रेनों को पहले से चल रही 230 ट्रेनों के अतिरिक्त चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्यों की मांग और जरूरत के हिसाब से ट्रेनों को चलाया जाएगा.
Railways to run 40 pairs of new special trains from September 12. Reservation for these will begin from September 10: Vinod Kumar Yadav, Chairman Railway Board (File pic) pic.twitter.com/fGw456HUrR
— ANI (@ANI) September 5, 2020
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि जो स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, उनकी निगरानी की जाएगी. जहां भी ट्रेन की मांग होगी या लंबी प्रतीक्षा सूची होगी, वहां एक्चुअल ट्रेन से पहले क्लोन ट्रेन चलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के लिए या राज्य सरकारों से अनुरोध पर स्पेशल ट्रेनों को किया जाएगा. बता दें कि कोरोना महामारी को देखते हुए रेलवे वर्तमान में सिर्फ 230 स्पेशल ट्रेनें चला रहा है.
हाल ही में रेल मंत्रालय के मुताबिक जानकारी मिली थी कि अधिक स्पेशल ट्रेनों को शुरू करने की योजना बनाई जा रही है. इसके लिए राज्य सरकारों से बातचीत भी की जा रही है. भारतीय रेलवे यात्रियों की अधिक सुविधा के लिए और स्पेशल ट्रेनें (Special Train) चलाने की योजना बना रहा है.
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेलवे ने 22 मार्च से पैसेंजर ट्रेनों, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया था. वहीं, लॉकडाउन के बीच विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे मे 1 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को शुरू किया था.
इसके बाद 12 मई से राजधानी स्पेशल ट्रेनें शुरू की गईं और फिर 1 जून से 100 जोड़ी और ट्रेनों को चलाया गया. इस तरह अभी 230 ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. अब 80 नई स्पेशल ट्रेनें शुरू होने के बाद गाड़ियों की संख्या बढ़ जाएगी. जिससे यात्रियों को सफर की अधिक सुविधा मिलेगी.