राम नगरी का अलौकिक दर्शन कराएगी रामायण सोलर क्रूज, रामघाट से गुप्तार का होगा सफर
अयोध्या : काशी के बाद अब राम नगरी अयोध्या के सरयू नदी में रामायण क्रूज उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। अयोध्या आने वाले पर्यटकों को रामघाट से गुप्तार घाट तक भूत के सफर का आनंद मिल सकेगा इसके साथ ही क्रूज में रामायण की प्रसंगों पर आधारित चल चित्रों से दर्शाया जाएगा तो वहीं प्रदूषण रहित बनाए जाने के लिए सोलर का इस्तेमाल होगा। जिसके लिए काशी अलकनंदा क्रूज के निदेशक विकास मालवीय अपनी टीम के साथ अयोध्या के सरयू घाट पर क्रूज निर्माण कराए जाने की तैयारी शुरू कर दी है।
अयोध्या के सरयू नदी में क्रूज को चलाए जाने के लिए गुप्तार घाट और रामघाट यानी कि बैकुंठ धाम के पास इसका स्टेशन बनाया जाएगा वहीं बैकुंठ धाम के पास ही क्रूज निर्माण कराए जाने की भी तैयारी की जा रही है। इसके लिए विकास मालवीय ने आज अपनी टीम के साथ गुप्तार घाट, नया घाट और बैकुंठ धाम के पास के तटीय स्थल का जायजा लिया है। दरसल अयोध्या में पर्यटकों राम घाट से गुप्तार घाट के बीच क्रूज से 8 किलोमीटर के जलमार्ग सफर के दौरान रामायण के प्रसंगों पर ध्वनि व सचल चित्रों का दृश्य दिखाया जाएगा। इसके साथ ही सरयू घाट पर होने वाले आरती का भी दृश्य पर्यटक क्रूज़ के माध्यम से दर्शन कर सकेंगे। वहीं इस क्रूज निर्माण में लगभग 7 करोड़ के खर्च होने का अनुमान बताया जा रहा है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विशाल सिंह बताया कि विकास मालवीय हैं जो काशी में क्रूज़ को संचालित कर रहे हैं। उन्ही से संपर्क किया जा रहा था। लेकिन कोरोना के कारण इस प्रोजेक्ट में थोड़ा विलंब हुआ है। और अब क्रूज को बनाने के लिए ऑर्डर भी दिया जा चुका है। इसमें विशेष बात यह है कि क्रूज का निर्माण भी अयोध्या में ही किया जाएगा इसके लिए जो आवश्यक भूमि की डिमांड की गई थी इसके लिए भी उन्हें आवंटित की जा रही है और क्रूज का निर्माण यही किया जाएगा यह क्रूज सोलर पावर से संचालित होगा इसमें किसी प्रकार का डीजल या अन्य प्रदूषण करने वाली कोई भी यंत्र का प्रयोग नहीं होगा। और इसे रामायण क्रूज के नाम से चलाया जाएगा। नया घाट से गुप्तार घाट के बीच में चलेगा। और श्रद्धालुओं को अयोध्या की अलौकिक दर्शन कराएगा।