कड़ाके की ठंड का कहर, 26 ट्रेने हुई लेट, यात्रिओं को हो रही है परेशानी
कड़ाके की ठंड व घने कोहरे ने उत्तर भारत में एक बार फिर ट्रेनों की रफ्तार को थाम लिया है। ट्रेनों की रफ्तार सुस्त होने के साथ ही ठंड की ठिठुरन की वजह से भी यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
कड़ाके की ठंड व घने कोहरे ने उत्तर भारत में एक बार फिर ट्रेनों की रफ्तार को थाम लिया है। ट्रेनों की रफ्तार सुस्त होने के साथ ही ठंड की ठिठुरन की वजह से भी यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बता दें कि बुधवार देर रात से ही घने कोहरे की वजह से ट्रेनों की रफ्तार कम हो गई और ट्रेन बारी-बारी से लेट होती चली गई। साथ ही बृहस्पतिवार को विभिन्न रूट पर चलने वाली आधा दर्जन राजधानी समेत 26 से अधिक ट्रेन एक घंटे से लेकर ढाई घंटे तक देरी से दिल्ली पहुंची। जिसकी वजह से कई ट्रेन वापसी दिशा में भी देरी से रवाना हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रेलवे ट्रैक पर अल्प दृश्यता की वजह से ट्रेनों की रफ्तार सुस्त हो गई है। साथ ही तेज गति से चलने वाली राजधानी ट्रेन की रफ्तार को कम कर दिया है। जिस वजह से यात्रियों को बेहद परेशान होना पड़ रहा है। बता दें कि यात्रा कर रहे ट्रेन में जहां मुसाफिर परेशान हो रहे है तो वहीं ट्रेनों के इंतजार में यात्रियों को प्लेटफार्म पर भी परेशान होना पड़ रहा है।
वहीं बृहस्पतिवार को पुरी-नई दिल्ली एक्सप्रेस जहां ढाई घंटे देरी से पहुंची तो गया-नई दिल्ली 2:30 घंटे, भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी 2 घंटे, रांची-नई दिल्ली राजधानी 1:15 घंटे, पूरी-आनंद विहार 1 घंटे, वाराणसी-नई दिल्ली शिवगंगा 1:45 घंटे, बंगलूरु-नई दिल्ली-2 घंटे, दानापुर-आनंद विहार 1:15 घंटे, संपूर्ण क्रांति 1:15 घंटे देरी से चली। इसी तरह डिब्रूगढ़-राजधानी 1 घंटे, प्रतापगढ़-दिल्ली 1:30 घंटे, हावड़ा-नई दिल्ली एक्सप्रेस 1 घंटे की देरी से चली। ट्रेनों के रास्ते में धीमी गति से चलने के कारण वापसी दिशा में भी ट्रेनें लेट होती चली गई। इससे मुसाफिरों को परेशान होना पड़ा।