Population Control: जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में सख्त कानून की जरूरत

बढ़ती जनसंख्या की वजह से देश में बढ़ रही बेरोजगारी

Update: 2022-12-16 05:21 GMT

जनसंख्या के मामले में भारत दुनिया के देशों की कतार में दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है। जनसंख्या की सूची में भारत दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश चीन से थोड़ा ही पीछे है। लेकिन यदि देश में इसी रफ्तार से जनसंख्या बढ़ती रही तो बहुत जल्दी ही भारत चीन को भी पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।

दरअसल अभी देश में हाल ही में एक बहस छिड़ी हुई है कि देश की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए नियंत्रण पर कानून बनाने के विचार से देश का ज्यादातर जनमानस सहमत दिख रहा है। लेकिन देश में कुछ लोग ऐसे भी है जो जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने के पक्ष में सहमत नहीं दिख रहें हैं। ऐसे में यदि इस पर कोई निर्णय जल्दी ही नहीं होता है तो हमारे देश की जनसंख्या बहुत ही जल्दी चीन से भी ज्यादा हो जाएगी।

130 करोड़ हुई भारत की आबादी

भारत की आबादी आज 130 करोड़ की हो गई हैै। देश की बढ़ती आबादी के चलते अभी तक कोई खास इंतजाम या कानून सरकार की ओर से नहीं बनाया गया। लेकिन मौजूदा समय में केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार देश की बढ़ती जनसंख्या को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहीं है। दरअसल देश में बढ़ती जनसंख्या की वजह से आज देश के सभी नागरिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार देश की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करना कितना जरूरी है। इसके साथ ही यह भी महत्वपूर्ण सवाल है कि यदि सरकार जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए कोई कानून बनाना चाहती है तो उस पर लोगों का विरोध क्या सही है।

जनसंख्या नियंत्रण से देश को मिलेगी नई मजबूती

विशेषज्ञों का मानना है कि देश में बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रण

करने के बाद से देश में रहने वाले लोगों को रोजगार के अवसर आसानी से मिलेंगे। इसके अलावा देश में जनसंख्या कम होने के बाद से देश की अर्थव्यवस्था पर दबाव कम होगा मसलन ज्यादातर नागरिकों बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। लेकिन आज भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती जो वह यह है कि कौन सी पाॅलिसी अपनाकर देश की जनसंख्या को कम किया जाए।

जनसंख्या नियंत्रण के लिए सख्त कानून बनाना कितना सही ?

जनसंख्या नियंत्रण के लिए हमारे देश में अभी तक कोई भी कानून नहीं बन सका। दरअसल अभी तक की केंद्र व राज्य सरकारों ने केवल स्लोगन व पंचलाईनों के जरिए जनसंख्या नियंत्रण व छोटे परिवार के लिए लोगों को केवल जागरूक करने का ही कार्य किया। लेकिन जागरूकता अभियानों का कोई खासा असर देखने को नहीं मिल क्योंकि जनसंख्या वृद्धि की दर हमारे देश में साल दर साल बढ़ती ही गई। दरअसल यह बात बिल्कुल सत्य है कि केवल जागरूकता के बूते देश की बढ़ती हुई आबादी को रोक पाना नामुमकिन है। इसलिए अब समय आ गया है कि कोई सख्त कानून बने जिसको देश के सभी नागरिकों को मानना ही पड़े ताकि समय रहते तेजी से बढ़ रही जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सकें।

सरकार को संसद में कानून बनाना चाहिए

देश में तेजी से बढ़ रहें जनसंख्या को रोकने के लिए बकायदा संसद के दोनों सदनों में बिल पेश करना चाहिए। इसके साथ ही दोनों सदनों से जनसंख्या नियंत्रण से जुड़े बिल को पास कराकर उसे कानून बनाना चाहिए। दरअसल संसद के दोनों से पारित हुए कानून को लोग मानने के लिए बाध्य होंगें और जनसंख्या नियंत्रण कानून को लागू कराने में कार्यपालिका को काफी सहूलियत व मदद होगी।

सरकार को जल्दी ही नियंत्रित करना होगा जनसंख्या को

केंद्र सरकार को देश की तेजी से बढ़ती जा रही जनसंख्या को बहुत जल्दी ही नियंत्रित करना होगा। यदि समय रहते ही जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं किया गया तो इसके बहुत ही विपरित परिणाम देशवासियों और सरकार दोनों को भुगतने पड़ सकते है। दरअसल चीन की सरकार ने काफी हद तक अपने देश में जनसंख्या नियंत्रण कर लिया है। हालांकि चीन ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए अपने नागरिकों के लिए काफी सख्त कानूनों का प्रावधान किया है। लेकिन भारत की परिस्थितियां चीन से बिल्कुल उलट है। दरअसल भारत ऐसा देश है जहां पर केवल सख्त कानून से ही जनसंख्या नियंत्रण नहीं किया जा सकता है। भारत में कानून के साथ साथ जागरूकता अभियान को भी जारी रखना होगा।

स्कूल काॅलेजो में भी जनसंख्या नियंत्रण के प्रति चले अभियान

देश में बढ़ती जनसंख्या को लेकर सभी स्कूल काॅलेजों में भी छात्र छात्राओं को बढ़ती जनसंख्या को लेकर जागरूक करना चाहिए। इसके साथ ही छात्र छात्राओं को बढ़ती जनसंख्या के क्या क्या दुष्प्रभाव है इसके बारे में भी सचेत करना चाहिए दरअसल स्कूल काॅलेजों में चलाए जाने वाले जनसंख्या नियंत्रण अभियान का असर आने वाले भविष्य में भी पड़ेगा । शिक्षण संस्थानों में चल रहें जनसंख्या नियंत्रण जागरूकता अभियानों का सबसे बड़ा फायदा यह मिलेगा कि स्कूल व काॅलेजों में पढ़ने वाले किशोरों व युवाओं को शादी से पहले ही जनसंख्या नियंत्रण व इसके महत्व के बारे में जानकारी हो सकेगी।

देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान का अभाव

देश में पिछले कुछ सालों से जनसंख्या नियंत्रण कानून के तहत जागरूकता अभियान का काफी आभाव हो गया है। दरअसल अब पहले की तुलना में जनसंख्या नियंत्रण से संबंधित जागरूकता अभियान अब देश में नहीं चल रहें है। दरअसल अगर सीधे शब्दों में कहें तो मौजूदा सरकार में जनसंख्या नियंत्रण पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया।

सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण पर नहीं किया कोई विशेष कार्य

वर्तमान में केंद्र में मौजूद एनडीए सरकार के पिछले आठ वर्षो के कार्यकाल में जनसंख्या नियंत्रण के लिए कोई विशेष कार्य नहीं किया गया। दरअसल केंद्र सरकार की ओर से देश देश की जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए कोई जागरूकता अभियान चलाया गया और न ही कोई कानून बनाया गया। इसके साथ ही जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार ने अलग से काई भी मंत्रालय का भी गठन नहीं किया है। आज के समय में देश में बढ़ती हुई जनसंख्या एक गंभीर मसला है ऐसे में जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए अलग से एक मंत्रालय का गठन जरूर होना चाहिए। केंद्र सरकार को देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए बहत शीघ्र ही सख्त निर्णय लेना हो गया तभी देश को बढ़ती जनसंख्या की विभिषिका से निजात मिल सकेगी।

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