नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा, सीबीआई, इंटेलिजेंस ब्यूरो तथा पुलिस की निष्क्रियता के चलते आज जज खतरे में हैं। जितने भी हाई प्रोफाइल गैंगस्टर से संबंधित केसो की जांच चल रही है ऐसे में सीबीआई, आईबी को अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है जिससे कि कोर्ट के जजो के साथ कोई भी असावधानी ना हो।
मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पीठ ने कहा, "गैंगस्टर और हाई प्रोफाइल व्यक्तियों से जुड़े आपराधिक मामलों में, जब अभियुक्तों को अदालतों से अपेक्षित आदेश नहीं मिलते हैं, तो वे न्यायपालिका को बदनाम करना शुरू कर देते हैं।
दुर्भाग्य से, यह इस देश में विकसित होने वाला एक नया चलन है। एक ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है जहां न्यायाधीश शिकायत करने के लिए स्वतंत्र महसूस नहीं करते हैं। यदि न्यायाधीश जिला न्यायाधीश, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश या प्रधान न्यायाधीश से शिकायत करते हैं, और शिकायत पुलिस या सीबीआई को भेजी जाती है, तो भी वे कोई जवाब नहीं देते हैं। उन्हें नहीं लगता कि यह प्राथमिकता का मुद्दा है।"
आईबी, सीबीआई और पुलिस न्यायपालिका की बिल्कुल भी मदद नहीं कर रहे हैं (बिना किसी डर या पक्षपात के न्याय करने का माहौल प्रदान करने में)। मैं यह बयान कुछ जिम्मेदारी की भावना के साथ दे रहा हूं। यह एक गंभीर मुद्दा है।'