भाकियू नेता युद्धवीर सिंह की गिरफ्तारी लोकतंत्र का भद्दा मजाक

भाजपा का असली गुजरात मॉडल सामने आया-युद्धवीर सिंह

Update: 2021-03-26 14:00 GMT

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह को गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के मोटेरा इलाके में प्रेस वार्ता के दौरान गुजरात पुलिस द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से जबरन गिरफ्तार करने की भाकियू निंदा करती है। गुजरात पुलिस ने युद्धवीर सिंह को उस समय जबरन उठाया जब वह पत्रकारों से किसानों की समस्याओं पर बातचीत कर रहे थे। संयुक्त किसान मोर्चा ने भी गुजरात पुलिस के इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि इस मामले शाम को मोर्चा की बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन से घबराई गुजरात सरकार अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेता युद्धवीर सिंह जी को गिरफ़्तार किया है .

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन का कहना है कि यूपी गेट बॉर्डर पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर धरने पर बैठे किसानों को जैसे ही भाकियू नेता युद्धवीर सिंह की गिरफ्तारी की सूचना मिली तो किसानों में उबाल आ गया। किसानों ने मौके पर ही घोषणा की है कि जब तक भाकियू नेता युद्धवीर सिंह को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक किसान दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे को नहीं खुलने देंगे।

भाकियू युवा के अध्यक्ष गौरव टिकैत का कहना है कि आज का भारत बंद पूरी तरह से सफल रहा है। किसानों ने जगह-जगह हाईवे बंद किया है। कई जगह रेल और रोडवेज बस भी रोकी गयी है।

भाजपा का असली गुजरात मॉडल सामने आया-युद्धवीर सिंह

गिरफ्तारी के समय भाकियू नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार ने जिस तरह मंदिर दर्शन के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जबरन गिरफ्तार किया है उससे पता चल जाता है कि भाजपा कानून का कितना पालन करती है। बोलने की आजादी नहीं है भाजपा राज में। पूरे कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने के बावजूद उन्हें बताया गया कि प्रेस वार्ता के लिए अनुमति नहीं थी। इससे साफ है कि भारतीय लोकतंत्र में कितनी अलोकतांत्रिक सरकार काम कर रही है। यह हाल तब है जब देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री खुद गुजरात से आते हैं।

मंदिर दर्शन और किसान संवाद से डरी भाजपा सरकार-धर्मेंद्र मलिक

यह कैसी भाजपा सरकार है जो किसानों के मंदिर दर्शन से ही डर गई। युद्धवीर सिंह अहमदाबाद के मोटेरा में मंदिर दर्शन के कार्यक्रम की जानकारी मीडिया को प्रेस वार्ता में दे रहे थे। उनका 4 और 5 अप्रैल को गुजरात में प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर, उमिया मंदिर के साथ ही गांधी आश्रम साबरमती तथा सरदार स्मारक जाने के साथ ही किसान संवाद के कार्यक्रम होने थे। इसकी ही सूचना देने के लिए प्रेस वार्ता बुलाई गई थी। लेकिन बीच प्रेस वार्ता में ही पुलिस ने उनको और बाकी कार्यकर्ताओ को कुर्सी से जबरन उठा दिया।

गुजरात पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार

युद्धवीर सिंह, देव देसाई, सुभाष चौधरी,रणजीत रणवाव, गजेंद्र सिंह झाला, राजू वलवाई, वसुदेव गोहिल,रमेश गील चौधरी, जे के पटेल को गिरफ्तार किया गया है।

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