देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक राहत की खबर दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस समय देश में 82 फीसदी लोग कोरोना से उबर चुके हैं और करीब 16.25 फीसदी मामले मामले यानी कि 28,13,658 मामले अभी भी सक्रिय मामलों की श्रेणी में है, जिसकी निगरानी की जा रही है। उधर, नीति आयोग के सदस्य डाॅ. वीके पॉल ने सोमवार को कहा कि यह समय किसी को भी घर पर आमंत्रण देने का नहीं है बल्कि घर पर रहने और घर पर भी मास्क लगाकर रहने का है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात और तमिलनाडु में फिलहाल एक लाख से अधिक सक्रिय मामले बने हुए हैं लेकिन यहां भी धीरे-धीरे सुधार देखने को मिल रहा है। नीति आयोग के सदस्य डाॅ. वीके पॉल ने कहा है कि महामारी के चलते हुए भी हमें वैक्सीनेशन और तेज गति से आगे लेकर जाना होगा। हम वैक्सीनेशन की गति को धीमा होने नहीं दे सकते हैं।
दहशत में लोग पहुंच रहे अस्पतालः गुलेरिया
दिल्ली एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जो भी कोविड-19 पॉजिटिव आता है उसमें ये दहशत हो जाती है कि कहीं मुझे बाद में ऑक्सीजन और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत न पड़े इसलिए मैं अभी भर्ती हो जाता हूं। इससे अस्पतालों के बाहर बहुत भीड़ हो जाती है और वास्तविक मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है।
इस घबराहट के कारण लोग घर पर दवाइयां स्टोर करने लगते हैं और इससे बाजार में जरूरी दवाओं की बेवजह कमी हो रही है। कई लोग सोचते हैं कि कोरोना है तो मैं पहले दिन ही सारी दवाई शुरू कर लेता हूं, इससे साइड इफैक्ट ज्यादा होते हैं। अगर सब लोग होम आइसोलेशन नहीं करेंगे और दहशत के कारण अस्पताल में भर्ती होना चाहेंगे तो दुनिया का कोई इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा नहीं है जो इन सब लोगों को मैनेज कर पाएगा।
मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाया: गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव ने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन ज्यादा बढ़ा है। हमारी ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता 7259 टन है और 24 अप्रैल को 9103 टन ऑक्सीजन का उत्पादन हुआ है।