नई दिल्ली।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों के ट्रैक्टर परेड के समय हुऐ भारी बवाल के एक दिन बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो वायरल हो रहा है।ये वीडियो कई तरह का सवाल खड़ा कर रहा हैं। टिकैत का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जबरदस्त हड़कंप मचा है।वायरल वीडियो में किसान नेता टिकैत लोगों से लाठी-डंडा साथ लेकर आने की अपील कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में राकेश टिकैत कह रहे हैं कि सरकार मान नहीं रही, ज्यादा कैड़ी सरकार पड़ रही है। अपना ले आइओ झंडा, झंडा भी लगाना, लाठी-डंडे भी साथ रखिओ अपने, समझ जाइओ सारी बात। तिरंगा भी लगाना, अपना झंडा भी लगाना। अब सब आ जाओ अपनी जमीन नहीं बच रही। आ जाओ अपनी जमीन बचाने के लिए वरना जमीन नहीं बचनी। जमीन छीन ली जाएगी।
लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि ये वीडियो कब का है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राकेत टिकैत बुधवार को मीडिया के सामने आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह वीडियो उनका ही है। उन्होंने कहा कि लाठी कोई हथियार थोड़े ही है। राकेश टिकैत ने कहा, मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने कहा था कि लाठी लेकर आना, जरा बताइए कि बिना लाठी डंडे के झंडे कहां और कैसे लगाए जाते हैं।
उपद्रव में शामिल लोगों पर होगी कार्रवाई :टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जिसने झंडा फहराया वो कौन आदमी था? एक कौम को बदनाम करने के लिए साजिश पिछले दो महीने से चल रही है। कुछ लोग को चिन्हित किया गया है उन्हें आज ही यहां से जाना होगा। जो आदमी हिंसा में लिप्त पाया जाएगा उसे जगह छोड़ना होगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इससे पहले, राकेश टिकैत ने कहा कि मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए उपद्रव के पीछे कुछ असामाजिक तत्व थे। टिकैत ने कहा कि दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के कारण कुछ असामाजिक तत्व ट्रैक्टर रैली में घुस आये और उपद्रव हुआ।
दिल्ली पुलिस पर टिकैत ने लगाया आरोप
राकेश टिकैत ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने परेड के पहले से निर्धारित मार्गों में कुछ जगह पर गलत तरीके से बैरिकेड लगाए थे।यह जानबूझकर किसानों को बरगलाने के लिए किया गया था, और इसी कारण ट्रैक्टरों वाले किसान भटक गए।टिकैत ने दावा किया कि इसी वजह से असामाजिक तत्वों को ट्रैक्टर परेड में शामिल होने का मौका मिला गया। टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन शांतिपूर्ण प्रदर्शन में विश्वास रखता है और बवाल के पीछे उपद्रवियों की पहचान भी करेगा।
आपको बताते चले कि गणतंत्र दिवस पर आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली थी और इस दौरान लाल किला सहित कई जगहों पर जमकर उपद्रव हुआ। हालत बिगड़ती देख दिल्ली पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर अधिकारियों के साथ आपात बैठक भी बुलाई थी तो वही हरियाणा के कई जिलों सहित दिल्ली-एनसीआर के अधिकांश हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। 14 से अधिक मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए थे।