भारत में कोरोना वायरस से दो मौतें, 10 लोगों का हुआ सफल इलाज
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महिला को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (corona virus) के संक्रमण से शुक्रवार रात देश की दूसरी मौत की पुष्टि की गई।दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित 68 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। संक्रमित महिला का दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था। महिला का 23 वर्षीय बेटा 23 फरवरी को इटली और स्विट्जरलैंड से लौटा था। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है. देश में कोरोना वायरस से यह दूसरी मौत है। इससे पहले, 11 मार्च को कर्नाटक के कलबुर्गी में एक 76 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत की पुष्टि की गई थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, महिला के बेटे ने 5 फरवरी से 22 फरवरी तक इटली और स्विटजरलैंड की यात्रा की थी। शुरुआत में उसमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं थे लेकिन एक दिन बाद यानी 24 फरवरी को बुखार और खांसी की शिकायत हुई। 7 मार्च को उसे राम मनोहर लोहिया में जांच के लिए ले जाया गया। प्रोटोकॉल के मुताबिक, परिवार की स्क्रीनिंग की गई। चूंकि बेटे के पिता और मां को भी खांसी-बुखार था, इसलिए दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
69 साल की महिला पश्चिमी दिल्ली की रहने वाली थी। महिला डयबिटिज से पीड़ित थी। मृतका का 8 मार्च को सैंपल कलेक्ट किया गया था।न्यूमोनिया हो जाने से उसकी तबियत 9 मार्च को और ज्यादा बिगड़ गई। बाद में उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। उसका सैंपल पॉजिटिव आया। 9 मार्च से ही महिला को सांस लेने में तकलीफ थी। 13 मार्च की देर रात उसका निधन हो गया।
डायबिटीज और हाइपरटेंशन से थी पीड़ित
ये महिला कोरोना वायरस से तो पीड़ित थी ही, इसके अलावा भी उन्हें दूसरी बीमारियां भी थीं। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा है कि महिला डायबिटीज और हाइपरटेंशन से भी जूझ रही थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महिला को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।