सख्ती और चेकिंग के नाम पर छात्राओं के अंडरगारमेंट्स उतरवाए
फिर खड़ा हुआ हिजाब पर विवाद
केरल के कोल्लम से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां NEET (नेशनल एलेजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) की परीक्षा हो रही है। इस दौरान कोल्लम एग्जाम सेंटर पर सख्ती के नाम पर छात्राओं के अंडरगारमेंट्स तक उतरवा दिए गए। इसको लेकर अब छात्राओं के परिजनों ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है। हालांकि कोल्लम के मोर्थम इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नॉलेजी ने छात्राओं के आरोपों से इनकार किया है। परिजनों की शिकायत पर दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
वहीं राजस्थान के कोटा में भी NEET परीक्षा के दौरान एग्जाम सेंटर और छात्राओं के बीच बहस हो गई। दरअसल, कोटा के मोदी कॉलेज सेंटर पर चार मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर पेपर देने पहुंच गईं। इन छात्राओं को पुलिस वालों ने कॉलेज के गेट पर ही रोक लिया। पुलिस ने इस दौरान उन्हें समझाया और ड्रेसकोड का हवाला दिया लेकिन छात्राओं ने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया। इस दौरान छात्राओं के परिवार वाले भी हिजाब को लेकर अड़ गए। इसके बाद उनसे लिखित में लिया गया कि परीक्षा को लेकर कोई भी निर्णय होगा, उसके लिए वो खुद जिम्मेदार होंगीं।
परीक्षा में ड्रेसकोड के बेहद सख्त हैं नियम
गौरतलब है कि परीक्षा नियमों के तहत छात्र-छात्राओं को एग्जाम के दौरान फुल आस्तीन के कपड़े पहनने पर मनाहि है। अगर स्टूडेंट ऐसा करते हैं तो उसके आस्तीन को काटने के बाद परीक्षा में बैठने की इजाजत दी जाती है। इतना ही नहीं इस दौरान कुंडल, बाली, घड़ी या अन्य सभी चीजों को उतरवाकर रख लिया जाता है। हालांकि इस बार कोटा में पहली दफा देखने ऐसा हुआ जब दो छात्राएं अपने चेहरे को लपेट कर एग्जाम हॉल में अंदर चली गईं। घुसने से पहले उनकी पूरी तरह से तलाशी ली गई थी।
एग्जाम सेंटर पर भारी सख्ती
इस दौरान एएसआई गीता देवी ने बताया कि पुलिस ने एग्जाम सेंटर के गेट के बाहर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर रखी थी। इसमें से कुछ स्टूडेंट्स ने फुल आस्तीन के कपड़े पहने हुए थे, जिसके बाद उन्हें आस्तीन काटकर अंदर भेजा गया। जिन्होंने हिजाब पहन रखा था उनको साइड में किया था। जब अंदर से आदेश आए इसके बाद ही उन छात्राओं को अंदर प्रवेश दिया गया था। गीता देवी ने बताया कि सेंटर के अंदर तलाशी लेने के लिए संस्था की अलग टीम लगी हुई थी।
सोर्स इंडिया टीवी