वंदे भारत मिशन : भारतीयों को लेकर ढाका से श्रीनगर के लिए रवाना हुआ एयर इंडिया का विमान. सिंगापुर से फ्लाइट पहुंची दिल्ली
मिशन के पहले दिन यूएई से दो विमानों में 359 लोग केरल लौटे थे?
नई दिल्ली. कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में फंसे भारतीयों को लाने के लिए सरकार का वंदे भारत मिशन गुरुवार को शुरू हो गया। मिशन के दूसरे दिन आज सिंगापुर से एयर इंडिया की पहली फ्लाइट भारतीयों को लेकर दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली पहुंची। चार दूसरे देशों से भी आद एक-एक फ्लाइट आएगी।
बांग्लादेश से एयर इंडिया के विमान ने श्रीनगर के लिए उड़ान भर ली है। बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने इसकी जानकारी दी। बांग्लादेश से 167 लोग आएंगे। बाकी देशों से आने वाली फ्लाइट में कितने लोग आएंगे, यह साफ नहीं हो पाया है।
केरल आए 5 लोगों में कोरोना के लक्षण
वंदे भारत मिशन के तहत पहली फ्लाइट अबू धाबी से 177 भारतीयों को लेकर गुरुवार रात 10 बजकर 9 मिनट पर कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची। 5 लोगों में कोरोनावायरस के लक्षण दिखने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया। दूसरी फ्लाइट दुबई से 182 यात्रियों को लेकर रात 10 बजकर 45 मिनट पर कोझिकोड पहुंची।
वंदे भारत मिशन के पहले फेज में 14 हजार 800 लोग भारत आएंगे
7 मई से शुरू हुए इस मिशन का पहला फेज 13 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान 12 देशों से 64 विमानों में 14 हजार 800 लोगों को लाने की योजना है। हालांकि, इसमें कुछ बदलाव हो सकते हैं। लेकिन, 1990 के खाड़ी युद्ध के बाद ये सबसे बड़ा एयरलिफ्ट ऑपरेशन है। खाड़ी युद्ध के वक्त 1.70 भारतीय एयरलिफ्ट किए गए थे।
यात्रियों को फ्लाइट का किराया खुद देना होगा
विदेशों में फंसे लोगों को लाने के लिए सरकार ने जो नियम तय किए हैं उनके मुताबिक लोगों को फ्लाइट का किराया खुद ही देना होगा। अमेरिका से आने वाली फ्लाइट का किराया सबसे ज्यादा एक लाख रुपए होगा। लंदन से आने वालों को 50 हजार रुपए देने होंगे।
मालदीव्स से 2000 भारतीय समुद्र के रास्ते लाए जाएंगे
नेवी के जहाज से समुद्र के रास्ते भी विदेशों से भारतीयों को लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु शुरू किया गया है। इस ऑपरेशन के तहत मालदीव्स से दो फेज में 2 हजार भारतीय निकाले जाएंगे। नेवी के जहाज आईएनएस जलाश्व के जरिए आज 1000 लोगों को निकाला जाएगा। हालांकि, ये पता नहीं चल पाया है कि ये जहाज भारत कब पहुंचेगा।