अब देशभर के अपराधियों का रिकॉर्ड मिल सकता है 'हम पंछी एक डाल के' ऐप पर? जानें क्या है मामला
डिप्टी एसपी विनोद सिंह सिरोही दिल्ली पुलिस के एसीपी राजपाल सिंह डबास के साथ 'हम पंक्षी एक डाल के' नाम से वॉट्सऐप और टेलिग्राम ग्रुप बनाया था। इन ग्रुप से देशभर के 15 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी व अधिकारी जुड़े हुए हैं
Crime News : देश में घूम-घूम कर अलग-अलग तरह के अपराध करने वाले अपराधियों का पूरा डाटा अब एक ऐप 'हम पंक्षी एक डाल के' पर होगा। इस ऐप को यूपी एसटीएफ में तैनात यूपी पुलिस के डिप्टी एसपी विनोद सिंह सिरोही तैयार कर रहे हैं। डिप्टी एसपी विनोद सिंह सिरोही दिल्ली पुलिस के एसीपी राजपाल सिंह डबास के साथ 'हम पंक्षी एक डाल के' नाम से वॉट्सऐप और टेलिग्राम ग्रुप बनाया था। इन ग्रुप से देशभर के 15 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी व अधिकारी जुड़े हुए हैं। सिरोही पूर्व सांसद हुकुम सिंह और सहारनपुर के विधायक रहे निर्भयपाल शर्मा के घर पर हुई हत्या और डकैतियों समेत घुमंतू गिरोहों द्वारा की गईं कई वारदात का खुलासा कर चुके हैं।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार विनोद सिरोही ने राजपाल सिंह और उत्तराखंड के इंस्पेक्टर हरपाल सिंह की मदद से सभी राज्यों के विशेषज्ञ पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को जोड़ना शुरू किया है। जिसके लिए हरपाल ने 'हरपाल के साथी' नाम से ग्रुप बनाया। जब ग्रुप में सदस्यों की संख्या बढ़ने लगी और एक-दूसरे की मदद से केस खुलने लगे| जिसके बाद इस ग्रुप में साथियों की संख्या और बढ़ने लगी तो हरपाल ने सभी साथियों का टेलिग्राम ऐप पर एक ग्रुप बनाया।
इस ऐप को लेकर विनोद सिंह ने बताया कि टेलिग्राम व वॉट्सऐप पर अपराधियों से जुड़ा डेटा और जानकारियां नजरअंदाज भी हो जाती हैं। इसलिए वह इन्हें एक जगह रखने के लिए खुद ऐप तैयार कर रहे हैं।
मेदे रिपोर्टस के अनुसार ऐप में खानाबदोश अपराधियों के गिरोहों से जुड़ी सभी जानकारियों होगी| इसके अलावा तमाम राज्यों में सक्रिय तरह-तरह के गिरोहों के बारे में भी विस्तार से जानकारी साझा की जाएगी। साथ ही गिरोह के सदस्यों की फोटो और उनका आपराधिक इतिहास भी इस ऐप पर होगा।
यह ऐप गिरोहों के बारे में जानकारी देने के अलावा नए एसआई को विवेचना संबंधी विभिन्न चरणों की जानकारियां भी देगा। साथ ही नार्को टेस्ट, कार्यवाही शिनाख्त, हस्तलेख मिलान, वॉइस टेस्ट, डीएनए मिलान, नकली नोट, लुक आउट नोटिस की प्रक्रिया के बारे में भी बताएगा। सर्विलांस और साइबर अपराध से जुड़ी आधुनिक जानकारियों के अलावा, देशभर के सभी महत्वपूर्ण संपर्क, फोन नंबर, पुलिस टीम को सही स्थान पर खाने और रुकने के स्थान की जानकारी भी होगी।
मीडिया में छपी खबर के अनुसार विनोद सिंह ने बताया कि इस ऐप को प्ले स्टोर पर शामिल करने के लिए आवेदन किया है लेकिन, अपराध और अपराधियों पर कार्य करने के इच्छुक पुलिसकर्मी ई-मेल आईडी vinodsirohi0007@gmail.com पर जुड़ने के लिए आवेदन कर सकते हैं। जांच-परख के उन्हें ऐप से जोड़ लिया जाएगा।