Weather News: दिल्ली में बारिश के आसार तो यूपी के इन इलाकों में पड़ सकते हैं ओले, जानिए देशभर के मौसम का हाल
IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली में गर्मी से परेशान लोगों को गुरुवार से तापमान में राहत मिल सकती है। आगामी छह दिनों तक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान हल्की और छिटपुट बारिश भी होने की संभावना है
कुछ दिनों से उत्तर भारत के मौसम में बदलाव नजर आ रहा है। सुबह के समय तापमान में बढ़ोतरी के बावजूद दिन के अधिकतम तापमान में आंशिक कमी और शाम के समय हवा चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
जानिए दिल्ली में मौसम का हाल
दिल्ली NCR में बादल भी छाए रहेंगे. बूंदाबांदी के साथ हल्की बारिश भी होने की उम्मीद है.भारत मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली में गर्मी से परेशान लोगों को गुरुवार से तापमान में राहत मिल सकती है। आगामी छह दिनों तक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान हल्की और छिटपुट बारिश भी होने की संभावना है. IMD के मुताबिक अगले छह दिनों के दौरान दिल्ली में अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. इस दौरान दिल्ली-NCR में हवा की गति ज्यादा रह सकती है। राजधानी दिल्ली में बारिश IMD की ओर जारी सूचना के अनुसार 17 और 18 मार्च को दिल्ली में बारिश हो सकती है।
दक्षिण में भी बारिश
दिल्ली के अलावा, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में भी 18 मार्च को भारी बारिश के आसार हैं। स्काईमेट के अनुसार तो 17 मार्च से बंगाल, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। 17 और 18 मार्च को छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। 18 मार्च को यूपी, एमपी, बंगाल, बिहार, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, झारखंड और छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में मौसम में बदलने के संकेत हैं।
जानिए यूपी में मौसम का हाल
यूपी के ज्यादातर जिलों में तापमान 34 डिग्री के पार चला गया है. हालांकि इस सप्ताह यूपी में बारिश की संभावना जताई जा रही है. IMD के अनुसार राज्य में गुरुवार को राज्य में बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। वाराणसी और आसपास के जिलों में तेज हवा और धूल भरी आंधी के साथ ही बूंदाबांदी के आसार हैं. वहीं पश्चिमी यूपी में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. वैज्ञानिक के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता ही इसकी मुख्य वजह है. होली के बाद से ही मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. आठ मार्च को बूंदाबांदी और पछुआ हवाएं चलने से सुबह-शाम सिहरन बढ़ गई थी।