दुनिया को कब मिलेगी 'कातिल' कोरोना से निजात? इस नई रिसर्च में मिला जवाब
दुनिया में कोरोना संकट काल आपकी और हमारी सोच से ज्यादा लंबा चल सकता है.
नई दिल्ली: चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में कोरोना वायरस फैला. पिछले साल दिसंबर में यहां कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की शुरूआत हुई और देखते ही देखते पूरा वुहान शहर कोरोना का केंद्र बन गया. मार्च खत्म होते-होते कोरोना ने दुनिया के हर छोटे-बड़े देशों को अपनी चपेट में ले लिया. हालात ये हैं कि अब 185 से ज्यादा देशों में कोरोना फैल चुका है.
पूरी दुनिया में 34 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं. कोरोना से दुनियाभर में 2 लाख 40 हजार लोग जान गंवा चुके हैं. कोरोना वायरस को हराने के लिए लॉकडाउन को सबसे बड़ा हथियार बताया जा रहा है लेकिन सवाल है कि क्या लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना खत्म हो जाएगा? देश और दुनिया में कितने दिनों तक रहेगा कोरोना? कोरोना से बचने के लिए कब तक करना होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन?
इन सवालों का जवाब अब भी कोई सही से नहीं दे पा रहा है. इस बीच एक नई रिसर्च सामने आई है. रिसर्च में कोरोना संक्रमण के खत्म होने को लेकर नया दावा किया गया है. रिसर्च का दावा है कि कोरोना से लड़ाई बहुत लंबी खिंच सकती है. दुनिया में कोरोना संकट काल आपकी और हमारी सोच से ज्यादा लंबा चल सकता है.
लॉकडाउन में घर पर बैठे लोगों के मन में बस एक ही सवाल है कि आखिर कब खत्म होगा कोरोना वायरस. इस सवाल का सही जवाब दुनिया भर के डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के पास भी नहीं है. सिर्फ आंकड़ों के जरिए अनुमान लगाया जा रहा है. अमेरिका मिनेसेटो यूनिवर्सिटी का दावा है कि कोरोना वायरस दो-चार छह महीने नहीं बल्कि दो साल तक दुनिया को परेशान करता रहेगा. इस रिसर्च के बाद अब यही सवाल है कि क्या कोरोना काल 2 साल के लिए रहेगा.
2022 तक दुनिया में रहेगा कोरोना?
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा के सेंटर फॉर इंफेक्शियस डिसीज रिसर्च एंड पॉलिसी (CIDRAP) की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस अगले एक से दो सालों तक नहीं जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस किसी न किसी रूप में बना रह सकता है. मिनेसोटा यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में शुरू हुआ कोरोना साल 2022 तक जा सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना महामारी के लहरों के रूप में जारी रह सकती है यानी कभी इसका असर कम होगा तो कभी इसका असर ज्यादा रहेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों को आने वाले दो साल में इस महामारी के दोबारा लौटने की स्थिति के लिए तैयार रहना होगा.
अगर आप उम्मीद लगाए बैठे हैं कि लॉकडाउन खत्म होते ही कोरोना खत्म हो जाएगा तो ये भूल जाइए क्योंकि ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला. कोरोना वायरस इतनी आसानी से दुनिया का पीछे नहीं छोड़ने वाला. कोरोना वायरस पर डराने वाली इस रिपोर्ट से भारतीय डॉक्टर भी काफी हद तक सहमत हैं. डॉ, कौशल कांत मिश्रा, वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि कोरोना अब हमारे साथ रहने वाला है, कहीं नही जाने वाला. हमे उसके साथ रहने की आदत डालनी पड़ेगी. डॉक्टरों की यही राय है कि कोरोना के साथ रहने की आदत डालनी होगी, अपना व्यवहार बदलना होगा, तभी आप इस महामारी को हरा पाएंगे.
अमेरिका की रिपोर्ट में कहा गया है, दुनियाभर में वैज्ञानिक कोरोना वायरस से बचाने वाली वैक्सीन बनाने में जुटे हैं, जिसके इस साल के अंत तक आने की उम्मीद है. अगर वैक्सीन आ भी गई तो बहुत कम मात्रा में ये लोगों के लिए उपलब्ध होगी. कुल मिलाकर कोरोना को हराने के लिए पूरी दुनिया को बहुत लंबी लड़ाई लड़नी होगी और ये लड़ाई कुछ दिनों या महीनों की नहीं बल्कि दो साल लंबी हो सकती है.