शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को लेकर यह क्यों कह दिया?

Update: 2022-08-10 09:18 GMT

बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. उनके साथ तेजस्वी यादव ने भी शपथ ली है.

शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले दो महीने से हालात ठीक नहीं थे. उन्होंने स्पष्ट किया वर्ष 2020 में वे सीएम नहीं बनना चाहते थे. लेकिन उन पर दबाव देकर सीएम बनाया गया.

वर्ष 2020 में नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. नीतीश कुमार ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने जनता दल यूनाइटेड के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं की यही इच्छा थी कि बीजेपी से अलग होना ठीक है.

नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि बीजेपी के साथ जाने से नुक़सान हुआ है. उन्होंने कहा कि गठबंधन टूटने के लिए बीजेपी ज़िम्मेदार है. नीतीश कुमार ने कहा- हमने मज़बूती से बीजेपी का समर्थन किया था. जबकि उनकी ओर से जेडीयू को हराने की कोशिश की गई.

उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का नाम लिए बिना कहा कि जो पार्टी की ओर से वहाँ गया था, वो किसी और जगह चले गए. पीएम पद की दावेदारी को लेकर नीतीश कुमार ने कहा- मेरी कोई दावेदारी नहीं है. हमारी किसी चीज़ की दावेदारी नहीं है. लेकिन उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि विपक्ष ख़त्म हो जाएगा. लेकिन अब तो वे भी विपक्ष में आ गए हैं. देखते हैं.

नीतीश कुमार ने कहा- आगे हम सब कुछ करेंगे. सब लोग मिलकर मज़बूत हों और आगे के लिए कुछ करें. 24 के लिए सब लोग एकजुट हो जाएँ.

अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी के बारे में सवाल पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा- श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी, कितना प्रेम करते थे, मानते थे. हम भूल नहीं सकते. उस समय की बात ही कुछ और थी. उन्होंने नरेंद्र मोदी और बीजेपी का नाम लिए बिना कहा- 14 में जो आए, वे 24 के बाद रह पाएँगे या नहीं. यह तो समय बताएगा। 

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