अखिलेश यादव को इस बार EVM में नहीं पोस्टल बैलेट में है गड़बड़ी का डर

अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने मुजफ्फरनगर में आज शुक्रवार को एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि गठबंधन की सरकार बनी तो वह किसानों के लिए क्या काम करेंगे

Update: 2022-01-28 12:51 GMT

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने मुजफ्फरनगर में आज शुक्रवार को एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि गठबंधन की सरकार बनी तो वह किसानों के लिए क्या काम करेंगे। बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने चुनाव में गड़बड़ी की आशंका भी जाहिर की। बता दें कि अखिलेश यादव ने कहा वह चुनाव आयोग को लिखित में शिकायत भी करेंगे। गौरतलब है कि 2014 के बाद कई चुनावों में गैर-भाजपाई दलों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। हाल के समय में संभवत: पहली बार पोस्टल बैलेट में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जयंत चौधरी ने अपने एक प्रत्याशी को 24 घंटे बीत जाने के बावजूद चुनाव आयोग से 'वीडियो वैन' चलाने की अनुमति नहीं मिलने पर नाखुशी जाहिर की। इसके बाद उन्होंने कहा, ''कर्मचारियों में बहुत रोष है और नाराजगी है सरकार से, वे उम्मीद के साथ गठबंधन की तरफ देख रहे हैं, ओपीएस (ओल्ड पेंशन स्कीम) की बात अखिलेश जी ने कही है, और भी वादे किए हैं हमने। पोस्ट बैलेट की व्यवस्था में अधिकारी उनके वोटर आई कार्ड मंगवा रहे हैं। मैं अपील करूंगा कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों से जिनकी वोट पोस्टल बैलेट से पड़नी है, सतर्क रहें। बैलेट पेपर लेकर वोट बनाकर ही दें, अपने वोटर कार्ड को अधिकारी को मांगने पर भी ना दें।''

अखिलेश यादव ने जयंत की बात पर सहमति जताते हुए कहा, ''जयंत चौधरी जी ने ठीक बात कही है कि उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को लगाया गया है कि वो दबाव बनाकर उनके वोटर आईडी ले लें या आधार ले लें, हो सकता है कि जिस तरह से जिला पंचायत में अधिकारियों ने मनमर्जी से वोट डलवाए थे, इसमें भी लोगों पर दबाव बना रहे हैं। हम भी चुनाव आयोग को इस बात को लिखकर देंगे।''

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