ममता बनर्जी ने सोनिया गाँधी से की मुलाकात,विपक्ष को एकजुट होने की दी सलाह
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि गैर भाजपाई मुख्यमंत्रियों के साथ उनके रिश्ते काफी अच्छे हैं
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी बंगाल चुनाव जीतने के बाद पहली बार तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर है.बीते बुधवार को सीएम ममत ने प्रधामंत्री मोदी से मिलाकात की थी.वही आज उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से मुलाकात की.इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे। इससे पहले ममता बनर्जी ने शरद पवार, आनंद शर्मा समेत कई विपक्षी दलों के कई नेताओं से मुलाकात की है। ममता बनर्जी के इन मुलाकातों को 2024 के आम चुनावों में खुद को प्रोजेक्ट करने और विपक्ष को एकजुट करने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।
वही ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सोनिय गांधी भी विपक्ष की एकजुटता के पक्ष में हैं। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी क्षेत्रीय दलों पर भरोसा करती है।साथ ही ममता बनर्जी ने बीजेपी को मजबूत पार्टी करार देते हुए कहा कि उससे लड़ाई के लिए विपक्ष को भी मजबूत बनना होगा। तभी इतिहास बनेगा। 2024 के आम चुनावों के लिए हमारी यही उम्मीद है। ममता बनर्जी ने केंद्र की राजनीति में बदलाव की उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि राजनीती में बदलाव होता रहता है। जब राजनीतिक तूफान आता है तो फिर स्थितियों को संभालना कठिन होता है।
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि गैर भाजपाई मुख्यमंत्रियों के साथ उनके रिश्ते काफी अच्छे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर उद्धव ठाकरे और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन इन सभी से उनके रिश्ते अच्छे हैं। अगर एक राजनीतिक आंधी आई तो आप उसे रोक नहीं पाएंगे। अगर विपक्षी पार्टियां गंभीर हो जाएं तो छह महीने में नतीजे सामने आ जाएंगे।'