पेगासस जासूसी कांड पर राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर बोला हमला,कही ये बड़ी बात
''पेगासस एक हथियार है जिसका उपयोग आतंकवादियों और अपराधियों के खिलाफ किया जाता है। हमारे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भारत के संस्थाओं और लोकतंत्र के खिलाफ इसका उपयोग किया है
पेगासस जासूसी कांड को लेकर देश में इन दिनों बड़ी बहस छिड़ी हुई है.फ़ोन टेपिंग को लेकर संसद से सड़क तक सरकार के खिलफ विपक्ष प्रदर्शन कर रहा है.।दरअसल भारत में पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए कई मीडियकर्मी और विपक्ष के नेता जासूसी के निशाने पर है।इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ़ोन हैकिंग के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
सांसद राहुल गांधी ने कहा,''पेगासस एक हथियार है जिसका उपयोग आतंकवादियों और अपराधियों के खिलाफ किया जाता है। हमारे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भारत के संस्थाओं और लोकतंत्र के खिलाफ इसका उपयोग किया है। मेरा फोन टैप किया। यह मेरी निजता का मामला नहीं है। मैं विपक्ष का एक नेता हूं और मैं जनता की आवाज उठाता हूं। यह जनता की आवाज पर आक्रमण है। उन्होंने दावा किया, ''राफेल मामले की जांच रोकने के लिए पेगासस का उपयोग किया गया। इन्होंने इसका इस्तेमाल सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ किया है। नरेंद्र मोदी जी ने इस हाथियार का उपयोग हमारे देश के खिलाफ किया। इसके लिए सिर्फ एक शब्द है 'देशद्रोह'।
देश में पेगासस स्पाईवेयर के जरिए जिन लोगों की जासूसी होने का आरोप है उस लिस्ट में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नंबर भी मिला है। हालांकि, 2019 में इस मुद्दे के उठने के बाद भारत सरकार ने पेगासस सॉफ्टवेयर के उपयोग से इनकार किया था और अब भी केंद्र सरकार ने इस रिपोर्ट की टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
वहीं इस स्पाईवेयर को बनाने वाली इजरायल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ने सफाई देते हुए कहा है उसके सॉफ्टवेयर का उपयोग कभी भी किसी के फोन की बातें सुनने, उसे मॉनिटर करने, ट्रैक करने और डाटा इकट्ठा करने में नहीं होता है। ग्रुप के मुताबिक पेगासस सॉफ्टवेयर कुछ चुनिंदा देशों की कानूनी एजेंसियों को दिया जाता है जिनका मकसद किसी की जान बचाना और देश की सुरक्षा करना होता है।