राज्यसभा सांसद अमर सिंह पंचतत्व में हुए विलीन, बेटियों मुखाग्नि देकर फफक फफक कर रो पड़ीं!
व्यवहार कुशलता की वजह से अमर सिंह कॉरपोरेट बोर्ड रूम से लेकर राजनीतिक अखाड़ों में बराबर सम्मान पाते थे.
राज्यसभा सांसद अमर सिंह का दिल्ली के छतरपुर में अंतिम संस्कार किया गया. अमर सिंह की दोनों बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी. गौरतलब है कि अमर सिंह का सिंगापुर में 1 अगस्त को निधन हो गया था. रविवार को उनका पार्थिव शरीर सिंगापुर से दिल्ली लाया गया था.
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से उनके अंतिम संस्कार में चुनिंदा लोग ही मौजूद रहे. इस मौके पर पूर्व अभिनेत्री और बीजेपी नेता जयाप्रदा भी मौजूद रहीं. दिल्ली के छतरपुर स्थित श्मशान घाट में आज 11.30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर अमर सिंह की पत्नी पंकजा सिंह और दोनों बेटियां मौजूद रहीं.
इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली में अमर सिंह के घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी उन्हें उनके छतरपुर स्थित फॉर्म हाउस में श्रद्धांजलि दी. रविवार शाम को एक चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए सिंगापुर से उनका शव दिल्ली लाया गया था.
27 जनवरी 1956 को जन्में 64 साल के अमर सिंह पिछले 6 महीनों से सिंगापुर के एक अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे थे. इससे पहले साल 2013 में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. दिल्ली से लेकर लखनऊ और मुंबई से लेकर सैफई तक में अपना राजनीतिक सिक्का चलाने वाले अमर सिंह की चर्चा सियासी दोस्तों और दुश्मनों में समान रूप से होती थी. अपनी राजनीतिक पकड़ और व्यवहार कुशलता की वजह से अमर सिंह कॉरपोरेट बोर्ड रूम से लेकर राजनीतिक अखाड़ों में बराबर सम्मान पाते थे.