राहुल गांधी पेंगॉन्ग झील गए हैं। नरेंद्र मोदी वहां कभी नहीं गए। राहुल सिर्फ एक सांसद हैं। मोदी प्रधानमंत्री हैं। राहुल ने चीनी कब्जे की बात बार-बार उठाई है। मोदी ने कहा कि न कोई आया है, न घुसा हुआ है।
यह चीन के बॉर्डर से लगा एक खतरनाक इलाका है। पेंगॉन्ग लेक का बड़ा हिस्सा चीन के कब्जे में है। पेगॉन्ग के उत्तरी इलाके में भारत और चीनी सेना आमने सामने है। गलवान झड़प में 20 जवान शहीद हुए थे, उसके बाद से इस इलाके में तनाव है।
दोनों देशों की सेनाओं ने अपने-अपने टैंक तैनात कर रखे हैं। यह मानव रहित क्षेत्र है जहां स्थानीय प्रशासन और आर्मी दोनों की परमिशन लेकर जाना पड़ता है। उस इलाके में हर मूवमेंट पर चीन की नजर रहती है और वह ऐतराज जताता है।
राहुल की यह यात्रा भारत और चीन टकराव और चीनी कब्जे के लिहाज से अहम है। जो मोदी नहीं कर सके, राहुल ने कर दिया।