प्रदेश सरकार के चौकाने वाले बदलाव, अभय कुमार बने गृह विभाग के मुखिया
राजेश्वर सिंह और रोहित सिंह को भी बदला
प्रदेश के प्रशासन में देर रात को चौकाने वाला बादलाव किया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) रोहित कुमार सिंह को हटाकर 1992 बैच के आईएएस अधिकारी अभय कुमार को नया प्रमुख शासन सचिव (गृह) बनाया गया है ।
इसके अलावा पंचायत राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश्वर सिंह का तबादला कर इन्हें जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग में भेजा गया है । पंचायत राज विभाग की जिम्मेदारी रोहित कुमार सिंह संभालेंगे । इसके अलावा 11 प्रशिक्षण के अधीन आईएएस अफसरों का पदस्थापन किया गया है ।
तीनो आईएएस अफसरों का तबादला इसलिए चौकाने वाला है क्योंकि डेढ़ माह पहले 2 जुलाई, 20 को ही रोहित कुमार सिंह को चिकित्सा विभाग के स्थान पर गृह विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी । इस पद पर कार्य कर रहे राजीव स्वरूप को मुख्य सचिव बनाया गया था ।
चूँकि लॉक डाउन के दौरान रोहित कुमार सिंह ने बेहतरीन कार्य किया था । गृह विभाग में भेजने पर यह अटकल लगाई जा रही थी कि लॉक डाउन में किये गए परिश्रम का इन्हें इनाम मिला है । लेकिन इनको क्यो हटाया गया है, इसकी पुख्ता जानकारी तो नही है, लेकिन राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान फोन टेपिंग और एसओजी की ओर से विधायको को धारा 124 ए के अंतर्गत नोटिस की वजह से इनको हटाया जा सकता है ।
जहां तक राजेश्वर सिंह को जनजाति क्षेत्र विकास में भेजने का सवाल है, इनका तबादला होना बकाया था । क्योंकि मई, 2018 से ये ग्रामीण विकास विभाग में कार्य कर रहे थे । इनके कार्यकाल में नरेगा में राजस्थान अव्वल आया था । इस हिसाब से इनको बेहतरीन पोस्टिंग मिलनी चाहिए थी । हो सकता है कि इस विभाग के मंत्री सचिन पायलट से अधीनस्थ के नाते रही निकटता की वजह से इन्हें यह पद दिया गया हो ।
सबसे आश्चर्यजनक पोस्टिंग अभय कुमार की है । गृह विभाग में ज्यादातर अतिरिक्त मुख्य सचिव को नियुक्त किया जाता है । जबकि ये अभी तक प्रिंसिपल सेक्रेटरी ही है । इनकी परफॉर्मेंस भी बेहतर नही मानी जाती रही है । करीब डेढ़ दर्जन अफसरों की वरीयता को नजरअंदाज कर एक जूनियर अफसर को गृह विभाग सौपना किसी अजूबे से कम नही है ।