डरा हुआ तानाशाह देश को डरा रहा है, सरकार की उपलब्धि जीरो झूठ बोलने में हीरो
Scared dictator is scaring the country, government's achievement is zero in telling lies, hero
मोहम्मद हफीज जयपुर
दुनिया के इतिहास में जितने भी तानाशाह हुए हैं उनके अंदर काफी समानताएं हैं लगभग सभी तनाशाहअपने जाति श्रेष्ठ ता के भाव से ग्रसित रहते रहे हैं सभी तानाशाह एक झूठ को 100 बार बोलकर सच बनाने के प्रयासों में लग रहे थे। दुनिया के सभी तानाशाह अपनी राजनीति चमकाने के लिए एक काल्पनिक दुश्मन की तलाश में रहते थे हिटलर मुसोलिनीजैसे तानाशाह का अंजाम हमारे सामने है झूठ बोलकर अपने देश की जनता में युद्ध उन्माद का संचार करना और अपने को विश्व गुरुमानने का अहंकारी व्यवहार करने के साथ अपने विरोध में उठने वाली आवाज को व्यक्ति की आलोचना को देश विरोधी अथवा देशद्रोही साबित करने के कारण सच्चाई से एकदम तानाशाह और उनके मानने वाले अंधभक्त से मुंह फेर लेते हैं सत्ता को सत्य मानकर सत्ताधारी पार्टी के विरोध को देश विरोधी करार देकर यह लोग विचार शुन्य हो जाते हैं.
कुछ इसी प्रकार के राजनीतिक सामाजिक आर्थिक हालात हमारे अपने देश के भी बन गए हैं सत्ता को सत्य मानकर जीने वाले तानाशाह केवल विपक्ष के नेताओं को पर्याप्त सबूत के अभाव में जेल भेज रहे हैं यदि कोई भ्रष्ट नेता रातों-रात अपनी निष्ठा बदलकर भाजपा का सदस्य बन जाता है तो उसके सारे गुनाहसारे पाप धोदिए जाते हैं देश की जांच एजेंसियों का दुरुपयोग इन दिनों भयंकर रूप से किया जा रहा है अच्छा होता यदि मोदी सरकार भ्रष्ट नेताओं के ऊपर समान रूप से कार्रवाई करके उनकी संपत्ति देश हित में जप्त करती तो देश की जनता उसका स्वागत करती लेकिन जांच एजेंसियों के काम में भेदभाव बेईमानी स्पष्ट रूप से नजर आती है! देश में 2024 के लोकसभा चुनाव में ऐसी निम्न स्तर की भाषा वोट मांगने की खातिर इतना नीचे गिरेंगे देश के नेता उसकी मिसाल नहीं मिलती ?लोकसभा चुनाव में सरकार के अपने कराए हुए काम के नाम पर वोट मांगने की बजाय मंगलसूत्र भैंस छीन लेने जैसी हल्की और फूहड़ भाषा का उपयोग चुनावी सभा में किया जा रहा है.
देश की सर्वोच्च अदालत के द्वारा भड़काऊ भाषण देने पर पारित निर्णय के कारण किसी हद तक चुनावी फायदे के लिए समाज में विभाजन करने के प्रयासों पर रोक लगी है परंतु देश का प्रधानमंत्री ही अपनी चुनावी सभा में विकास के बजाय धर्म के आधार पर वोट मांग कर चुनावी आचार संहिता का मजाक उड़ा रहा है 10 वर्ष पूर्ण बहुमत की सरकार चलाने के बाद भी वोट मांगने के लिए तानाशाह बने नेता और उसकी पार्टी के पास मतदाताओं को बताने के लिए सिर्फ पाकिस्तान मुसलमान करना पड़ रहा है बहु संख्यक देश की आबादी को आज भी डराया जा रहा है 10 साल की भाजपा सरकार के शासन में साबित हो गया है के शासन चलाने के लिए इनके पास ना कोई नीति है ना कोई विचार हैवर्ष 1962 में हमारे देश का चीन से युद्ध हुआ था इस युद्ध में हमारे देश की मां बहनों ने रक्षा कोष में अपने हाथों की सोने की चूड़ियां गले की चेन पैरों की पाजेब तक देशहित में जमा करादी थी देश के लिए सोने का दान करना गर्व की बात है.
परंतु देश के अधिकांश बैंकों का पैसा लूट कर देश छोड़ भागे विजय माल्या मेहुल चोकसी नीरव मोदी जैसे गुजराती लुटेरों की मानसिकता के लोग देश के लिए त्याग करने की दान करने की महत्ता को क्या जाने! भारत चीन की लड़ाई में एक तरफ सीमित साधनों के साथ हमारे देश के जवान देश की सीमाओं पर अपने प्राण न्योछावर कर रहे थे वहीं दूसरे और देश की मां बहने अपने कीमती जेवरों को देश के लिए दान कर रहे थे अकेले निजाम हैदराबाद ने 5000 किलो सोना देश के रक्षा कोष में अपने खजाने से निकालकर देश की विपत्ति के समय जमा कर दिया था शर्मनाक बात है की महिलाओं का मंगलसूत्र छीनने के नाम पर संपूर्ण समुदाय को कटहरे में खड़ा करना एक समाज को लज्जित करना अपने राजनीतिक फायदे के लिए कहां तक उचित है।
अपनी सत्ता जाने की आशंका से घबराए तानाशाह द्वारा अब पूरे देश की जनता को डराया जा रहा है विकास के नाम पर रेल बिक गई एयर इंडिया बिक गई एयरपोर्ट लाल किला सभी बिक गए कल तक भारतीय रेलवे देश की जनता को यह अहसास दिलाता था कि भारतीय रेल आपकी अपनी संपत्ति है प्रत्येक भारतीय को देश की रेल सेवा को अपनी संपत्ति मानकर गोरवान्वित होने अहसास मोदी सरकार ने छीन लिया है अब भारतीय रेल अदानी रेल बन गई है धीरे-धीरे देश की सभी संपत्तियों को औने-पौने भाव में बेचकर अपने मित्रों को लाभान्वित करना तानाशाही सरकार का एकमात्र उद्देश्य है।
देश के गरीबों के लिए संचालित भारतीय रेलवे अब वंदे भारत रेल सेवा चलाकर कई गुना बढ़ाहुवा किराया वसूल रहा है गरीब रथ में बैठने वाले मजदूर के लिए अब रेल सेवा में कोई जगह नहीं है रेलवे के सामाजिक सरोकार समाप्त हो गए हैं रिलायंस की कीमत पर बीएसएनल को समाप्त कर दिया।
जांच एजेंसी के द्वारा छापा मारकर व्यापारियों से जबरन वसूली की जा रही है इलेक्ट्रॉलबोंड के नाम पर हजारों करोड़ का घोटाला हो गया देश की सबसे बड़ी अदालत ने इलेक्ट्रॉल बोंड सिरे से खारिज करके गैर कानूनी बता दिया सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा निर्णय करने के बाद भी भाजपा के लिये डरा धमकाकर चंदा वसूली की है देश में अब लोकराज कानून का डर नैतिक अनैतिक कुछ भी नहीं बचा है शायद राहत इंदौरी के शब्द बनकेहादसा बाजार में आ जाएगा जो नहीं होगा वह अखबार में छप जाएगा चोर उचक्को से डरो न जाने कौन कब किस तय सरकार में आ जाएगा! देश के प्रधानमंत्री देश के सबसे बड़े बलात्कारी के लिए चुनावी सभा में वोट मांग रहे हैं.
हजारों महिलाओं के साथ बलात्कार करने के आरोपी प्रज्वल रवन्ना के लिए चुनावी सभा में देश के प्रधानमंत्री वोट मांग रहे हैं प्रज्वल रवन्ना को देश से बाहर जर्मनी जाने में भी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का योगदान रहा है क्यों नहीं सभी एयरपोर्ट पर लुक आउट नोटिस जारी किया गया देश धर्म की बात करने वाले नैतिकताकीदुहाई देने वाली भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी भाजपा और उसके नेता स्वामी चिन्मयानंद राम रहीम से बृजभूषण सिंह कुलदीप सेंगर जेसे बलात्कारियों के साथ भाजपा की सरकारें और उनके नेता कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं
जम्मू कश्मीर के कठुआ में बलात्कारी योंके समर्थन में रैली निकालने वाले नेताओं से देश और क्या उम्मीद करें? छेड़-छाड़ के आरोपियों खिलाफ देश की पहलवान बेटियों ने राजधानी दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की लेकिन बेटियों को कुछ नहीं मिला। ऐसा नहीं है की प्रज्वल प्रज्वल रवन्ना के पेन ड्राइव में मिली सैकड़ो महिलाओं की अश्लील फोटो और उनके साथ किए गए यौनाचार की अश्लील सीडीओ का भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को पता नहीं था सब कुछ जानने के बाद भी कर्नाटक में एनडीए का प्रज्वल रवन्ना को लोकसभा प्रत्याशी बनाकर सत्ता के लिए भाजपा ने समर्पण कर दिया !
सत्ता के लिए सब कुछ करने को आतुर देश के प्रधानमंत्री और उनके सहयोगी अपने हाथ से सत्ता जाने के एहसास से बुरी तरह डर गए हैं सत्ता जाने के बाद कितने घोटाले सामने आएंगे और घोटाले करने वाले कितने भाजपाई जेल में बंद होंगे मुकदमें झेलेंगे इसकी कल्पना से देश का तानाशाह डर गया है और अपनी सत्ता बचाने के लिए हर प्रकार के सिद्धांतों को त्याग कर बेमेल अनैतिक समझौता कर रहा है अब भाजपा में कोई अटल बिहारी वाजपेई नहीं है जो यह कहे की जिस सत्ता से मेरे सिद्धांत पर आचं आती हो उसे चिमटी से छूना भी पसंद नहीं करूंगा?
भाजपा के नेताओं के द्वारा देश में फैलाई नफरत से हमारा देश उभर रहा है अब देश की जनता हिंदू मुस्लिम में नाउलझकर जनता शिक्षा रोजगार विकास के मुद्दोंको सर्वोपरी मानकर मतदान करने के मूड में है ऐसे में तानाशाह का बौखला जाना ऊलजुल बोलना स्वाभाविक है आने वाले चुनाव परिणाम देशकी दशा और दिशा के साथ विकास को तय करेंगे!