राजस्थान से बड़ी खबर: मुफीद फैसला नही हुआ तो उठाया जा सकता अप्रिय कदम, सचिन पायलट समर्थक अब पूरी तरह आर पार के मूड में
Big news from Rajasthan : पायलट की मांग में फंस गई कांग्रेस
Big news from Rajasthan: कांग्रेस के असंतुष्ट नेता सचिन पायलट इस बात पर अडिग है कि जब तक उनकी तीनो मांगो पर यथोचित निर्णय नही हो जाता तब तक सुलह की कोई गुंजाइश नही है । कांग्रेस आलाकमान को तय करना है कि वे अपनी "असेट" को कितना मान-सम्मान और महत्व देते है ।
पायलट के बहुत ही विश्वशनीय व्यक्ति ने बताया कि तीन मांगो की वजह से मामला अटका हुआ है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पायलट की मांग मानने को सहमत नही है । जबकि पायलट की मुख्य मांग यही है कि उन्हें कोई पद नही चाहिए । लेकिन जिन मांगो को लेकर उन्होंने जन संघर्ष किया है, उनको वे दरकिनार नही कर सकते ।
पायलट की प्रमुख मांग है कि निवर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के 45000 करोड़ के घोटालो की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए । दूसरी मांग आरपीएससी के पुनर्गठन और तीसरी मांग पेपर लीक से प्रभावित अभ्यर्थियों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए । गहलोत इनमे से एक भी मांग मानने को तैयार नही है ।
पायलट के समर्थक ने बताया कि जब फार्मूला तय होगया था, तब उसे सार्वजनिक करने में गुरेज क्यो ? समर्थक का यह भी कहना था कि पिछले चार साल से संयमित होकर उसके फैसले की प्रतीक्षा कर रहे है । लेकिन बजाय कोई मुकम्मल निर्णय करने के आलाकमान मामले को टालकर पार्टी की फजीहत करा रहे है ।
समर्थक का दावा है कि इस तरह की टालमटोल स्थिति की वजह से वह अपनी साख को मटियामेट करने पर आमादा है । यह आखिरी मौका है । सम्मानजनक निर्णय नही हुआ तो अप्रिय कदम भी उठाया जा सकता है जो पार्टी के हित मे कदापि उचित नही है । पायलट के समर्थकों को अभी भी आलाकमान पर पूरा भरोसा है । वरना...... ..?