नई दिल्ली
पिछले 100 सालों की सबसे भयानक बाढ़ की चपेट में आए केरल में हालात का जायजा लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। प्रधानमंत्री ने प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। पीएम ने बाढ़ से प्रभावित केरल के लिए 500 करोड़ रुपये की तत्काल मदद का ऐलान किया है। 500 करोड़ से पहले 100 करोड़ की अग्रिम राशि के भुगतान की घोषणा पीएम द्वारा इसके पहले भी की जा चुकी है। इशके अलावा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपये की मदद का ऐलान भी किया गया है
प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय मंत्री के. जे. ऐल्फॉन्स तथा अन्य अधिकारियों के साथ बाढ़ की इस विभिषिका से निपटने के लिए समीक्षा बैठक ली। हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि पीएम से 2 हजाह करोड़ रुपए की मांग की गई थी, जिसमें से पीएम ने 500 करोड़ की राशि की मदद का ऐलान किया। सीएम पिनाराई विजयन ने प्रधानमंत्री को जानकरी दी कि राज्य में 19 हजार 512 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि खराब मौसम की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाई सर्वेक्षण को कैंसल हो सकता है, हालांकि मौसम साफ होने के बाद उन्होंने हवाई सर्वे किया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमडीआरएफ) को 2 करोड़ रुपये दान दिए हैं और केरल में बैंक द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर फीस और शुल्कों में छूट की घोषणा की है।
बता दें कि दक्षिण भारत का तटवर्ती राज्य केरल पिछले 100 सालों की सबसे भयंकर बाढ़ में डूबा हुआ है। अकेले गुरुवार को ही 106 लोगों की बाढ़ और भूस्खलन के चलते मौत हो गई। अब तक इस विभीषिका में मरने वालों का आंकड़ा 324 हो चुका है। 8 अगस्त से अब तक यानी महज 10 दिनों में ही कुल 173 लोग बाढ़ के चलते काल के गाल में असमय ही समा चुके हैं। तबाही के चलते फसल और संपत्तियों समेत कुल 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। सूबे में अब भी खतरा टला नहीं है क्योंकि राज्य की लगभग सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।