एसयूवी ने बेघर महिला को मारी टक्कर, पहिए में फंसी महिला 500 मीटर तक घिसटती रहीं

करीब 500 मीटर तक घिसटने के बाद बैरिकेड पर पुलिस ने कार को रोका। फूलवती नाम की महिला उस वक्त कार में फंस गईं जब वह पीवीआर रिवोली के पास की सड़क पार कर रही थीं।

Update: 2018-08-21 10:41 GMT

नई दिल्ली :

अपने दोस्तों के साथ मुंबई से दिल्ली आई एक २० साल की युवती  ने अपनी suv से एक 50 साल की महिला को रौंद डाला . हादसा इतना भयानक था की 50 वर्षीय महिला कार के अंदर फंस गईं और करीब 500 मीटर तक घिसटती रहीं। घटना रविवार रात करीब 8:30 बजे की है जब एसयूवी बाबा खड़क सिंह मार्ग से गुजर रही थी।

हादसे का शिकार हुई महिला गाड़ी में फंस गई थीं और बचाओ-बचाओ चिल्ला रही थीं लेकिन वह बच न सकीं। करीब 500 मीटर तक घिसटने के बाद बैरिकेड पर पुलिस ने कार को रोका। फूलवती नाम की महिला उस वक्त कार में फंस गईं जब वह पीवीआर रिवोली के पास की सड़क पार कर रही थीं।

चश्मदीदों की मानें तो कार की रफ्तार काफी ज्यादा थी और वह हनुमान मंदिर की ओर से आ रही थी और महिला को हिट कर निकल गई। कुछ सेकंड के लिए ड्राइवर ने गाड़ी रोकी लेकिन फिर लेफ्ट टर्न लेकर शहीद भगत सिंग मार्ग की तरफ निकल गई। इस बार भी कार तेज रफ्तार में थी।

राकेश कुमार नाम के एक फूलवाले ने पूरी घटना देखी। उन्होंने बताया, 'हमने बाइक से कार का पीछा किया और ड्राइवर को इशारे से कार रोकने को कहा क्योंकि पहिए में महिली फंसी हुई थीं, लेकिन महिला ड्राइवर ने एक नहीं सुनी। इसी बीच पुलिस पट्रोलिंग टीम भी गाड़ी का पीछा करने लगी।'

गाड़ी चलाने वाली महिला का नाम श्रेया अग्रवाल है और हादसे के बाद उसने भागने के चक्कर में सैंडोज रेस्ट्रॉन्ट की तरफ रॉन्ग टर्न लिया। आगे के पुलिस पिकेट को अलर्ट कर दिया गया था। इसके बाद सड़क को ब्लॉक कर उसे पकड़ा जा सका। श्रेया के साथ कार में बेबी, रानी और मेघना नाम की युवतियां थीं। श्रेया मुंबई कॉलेज से फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई कर रही है और यहां अपने घर आई हुई थी।गाड़ी के पिछले पहिए के साथ घिसटती महिला को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डीसीपी मधुर वर्मा ने कहा कि आरोपी महिला पर लापरवाही से और खतरनाक तरीके से ड्राइविंग का केस दर्ज कर लिया गया है, साथ ही कार जब्त कर ली गई है। पोस्टमॉर्टम के बाद फूलवती का शव परिजनों को सौंप दिया गया है।जांच में पुलिस ने पाया कि श्रेया के पास लाइसेंस था, लेकिन वह बेपरवाह ढंग से गाड़ी चला रही  थी। एसयूवी एक ट्रांसपॉर्ट कैरियर के नाम पर रजिस्टर्ड है जिसके मालिक उसके पिता हैं। 

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