केरल में कोरोना एक बार फिर से काल बनता जा रहा है। केरल में बढ़ते कोरोना के अप्त्याशित मामलों ने देश की टेंशन बढ़ा दी है। केरल में कोरोना के संक्रमण में तेजी की वजह से कई स्तरों पर चिंता जताई जा रही है। इसे तीसरी लहर के खतरे के रूप में भी देखा जा रहा है।
केरल में कोरोना किस कदर भयावह होता जा रहा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते चार दिनों से लगातार कोरोना के मामले 20 हजार से अधिक आ रहे हैं। केरल में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन कोरोना वायरस संक्रमण के 20 हजार से अधिक मामले सामने आए और 116 रोगियों की मौत हुई। राज्य में संक्रमण की दर 13.61 प्रतिशत है। वहीं, देश स्तर पर बात करें तो पिछले चार दिनों से लगातार 40 हजार से अधिक केस मिल रहे हैं।
भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना के 41,649 मामले सामने आए हैं, जो कि कल की तुलना में कम हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को 44,230 नए मामलों की पुष्टि हुई थी। रिकवरी रेट की बात करें तो अब यह 97 प्रतिशत से अधिक है। बीते 24 घंटे में 37,291 मरीजों ने इस महामारी को मात दी है। इसके साथ ही देश में कोरोना से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 3,07,81,263 हो चुकी है।
केरल में बीते 24 घंटे में 1,52,639 नमूनों की जांच की गई। संक्रमण दर 13.61 प्रतिशत है। अब तक 2,70,49,431 नमूनों की जांच की जा चुकी है। जबकि उपचाराधीन रोगियों की संख्या 1,60,824 है। बता दें कि केंद्र सरकार की एक टीम राज्य को कोविड-19 चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए शुक्रवार को प्रदेश पहुंची।