अयोध्या। यूपी के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण काम इस वक्त तेजी चल रहा है. वहीं, सोमवार को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से मीडिया के लोगों को राम मंदिर के निर्माण के अलावा अन्य योजनाओं की जानकारी दी गयी.
इस दौरान बताया गया कि गर्भगृह (Garbhagriha) में रामलला की चल मूर्ति स्थापित की जाएगी. वहीं, राम मंदिर का गर्भगृह 10.50 मीटर लंबा होगा. इसके अलावा रामभक्त 32 सीढ़ियां चढ़कर रामलला के दर्शन कर सकेंगे. यही नहीं, इसका एंट्री गेट पूरब दिशा की ओर होगा. सुग्रीव किला से सीधा रास्ता राममंदिर के गर्भगृह तक पहुंचेगा.
फिलहाल, राम मंदिर की नींव रखने का काम किया जा रहा है और जल्द ही इसके ऊपर हो रही रॉफ्ट ढलाई का काम खत्म हो जाएगा. वहीं, इस वक्त दो शिफ्टों के तहत 24 घंटे काम चल रहा है. वहीं, रॉफ्ट की ढलाई के लिए गूम मिक्सर मशीन लगाई गई है, तो दो टावर क्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस वक्त राम मंदिर के निर्माण में 40 इंजीनियर्स के साथ करीब 250 मजदूर लगे हुए हैं. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर का गर्भगृह का आकार बनने के साथ ही मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाएगी. वहीं, इस वक्त मंदिर से 25 मीटर की दूरी पर तीनों ओर से रिटेनिंग वॉल बनाए जा रहे हैं.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, राम मंदिर का निर्माण करने वाले इंजीनियर्स मानना है कि यह देश के चुनिंदा मंदिरों में से एक होगा, जिसकी तकनीक और भव्यता एकदम अलग होगी. यही नहीं, यह एक हजार साल तक अखंड बना रहेगा.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश आफले ने बताया कि सबसे पहले राममंदिर का गर्भगृह होगा, फिर गृह मंडप होगा जो कि पूरी तरह से पैक रहेगा. वहीं, कीर्तन मंडप, नृत्य मंडप व रंगमंडप का क्षेत्र खुला होगा. जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर 3 मंजिल का होगा. इसकी पहली मंजिल पर रामदरबार विराजित होंगे, तो बाकी मंजिलों को लेकर मंथन चल रहा है. हालांकि इस तीन मंजिला मंदिर में करीब 400 खंभे होंगे. बता दें कि इस मंदिर की संरचना को गुलाबी पत्थरों से तैयार किया जा रहा है. साथ ही बताया गया कि राम मंदिर का परकोटा करीब 60 फीट ऊंचा होगा. परकोटे में भारतीय संस्कृति, धार्मिकता को दर्शाती तरह-तरह की नक्काशी भी की जाएगी जो राम मंदिर परिसर की भव्यता बढ़ाएगी.