बिहार के बदमाशों का यूपी में वारदात करने का सिलसिला कम नहीं हो रहा है। यूपी में हत्या, लूट, डकैती, चोरी के अलावा विभिन्न तरह के वारदात करते और बिहार में भाग जाते हैं। पुलिस को उन्हें पकड़ने में काफी दिक्कत होती है। यही वजह है कि बिहार से आकर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर वारदात करने वाले 354 बदमाशों की सूची एडीजी गोरखपुर अखिल कुमार ने बिहार के एडीजी लॉ-एंड-ऑर्डर संजय सिंह, एडीजी सीआईडी जितेंद्र कुमार को सौंपी है।
पुलिस इन बदमाशों के संपत्ति का ब्योरा मांगी है, ताकि इन पर कार्रवाई की जा सके। यूपी पुलिस प्रतिनिधि के तौर एडीजी अखिल कुमार ने गुरुवार को पटना जाकर अफसरों से मुलाकात की है। जानकारी के मुताबिक, एडीजी गोरखपुर ने बिहार पुलिस को सूची सौंप कर उनकी गिरफ्तारी कराने में मदद कराने को कहा है। साथ ही फरार बदमाशों जिनपर गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई है, उनकी अवैध संपत्ति के बारे में भी जानकारी मांगी है।
इन जिलों में वांछित हैं बदमाश: गाजियाबाद के 17, मेरठ 1,अलीगढ़ 6, आगरा 3,मथुरा 5, कानपुर आउटर 1, प्रयागराज 23,देवरिया 14, गोरखपुर 13,बस्ती 8, चंदौली 25, गाजीपुर 11, मिर्जापुर 24, लखनऊ 9, गौतमबुद्धनगर व वाराणसी के 7-7 मामले के अलावा अयोध्या, महराजगंज, बस्ती, बलमरामपुर, हरदोई, सोनभद्र व बलिया सहित अन्य जिलों में बिहार के 229 बदमाश अपराध करके फरार हैं। जिनकी लंबे समय से तलाश चल रही है।
अपराध करने वालों में 125 पेशेवर: जो सूची सौंपी गई हैं उसमें बिहार के पेशेवर गैंग के 125 बदमाश शामिल हैं। जिन्होंने पिछले तीन साल में यूपी के विभिन्न जिलों में अपराध किया और दहशत फैलाया। वर्तमान में वे फरार हैं। इसमें डकैती के 18,लूट के 36,हत्या के 7,नकबजनी के 15, पशु तस्करी सहित अन्य अपराधों में 49 बदमाश शामिल हैं। इसमें आगरा के 3, देवरिया 3, गोरखपुर 1, बस्ती 6, गाजीपुर 2, मउ 2, बलिया 21, सोनभद्र 15,अंबेडकर नगर 1,गौतमबुद्धनगर 18 व वाराणसी के 25 बदमाश हैं।
बिहार का गैंग करता है पशु तस्करी
शहर के भीतर पब्लिक और पुलिस को चुनौती देकर पशु तस्करी करने वाले गोपालगंज के गैंग पर भी पुलिस ने शिकंजा कसा है। बिहार से आकर कुशीनगर जिले के लोगों के साथ मिलकर पशु तस्करी करने वाले बदमाशों की तलाश में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर भी घायल हो चुके हैं। वहीं कैंट पुलिस चार पहिया वाहनों को गोरखपुर सहित यूपी के अन्य जिलों से चोरी कर बिहार व आसाम के रास्ते भूटान में बेचने का खुलासा किया था। जिसमें बिहार का एक बदमाश पकड़ा गया था।
क्रिमिनल रिकॉर्ड के साथ तैयार हुई है फाइल
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल बिहार के विभिन्न जिलों गोपालगंज, कटिहार, मोतीहारी, सीवान सहित अन्य जगहों से गोरखपुर, मेरठ, आगरा, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, नोएडा समेत कई जिलों में आकर वारदात करने वालों की पूरी फाइल तैयार की गई है।
चार बदमाश हुए थे गिरफ्तार
लूट-टप्पेबाजी करने वाले बिहार के बदमाशों के एक गैंग को 28 अप्रैल को कैंट पुलिस ने एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। कटिहार के इस गैंग ने कौड़ीराम और कैंपियरगंज, शाहपुर, बड़हलगंज और खलीलाबाद में भी वारदातों को अंजाम दिया। 28 अप्रैल की रात कैंट पुलिस ने एनकाउंटर में घायल कर कोठा थाना क्षेत्र स्थित जोराबगंज गांव निवासी करन, वीरेंद्र, शिवा और हैरान को गिरफ्तार किया था।