सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सेक्स वर्कर को सम्मान के नजर से देखेंगे लोग?
वेश्यावृत्ति पर शीर्ष अदालत के फैसले के बाद से इस बात की चर्चा जोरों पर है कि क्या वेश्यावृत्ति के पेशे को सम्मान के नजरिये से लोग देखेंगे।
एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने वेश्यावृत्ति पेशे को लेकर ऐतिहासिक फैसला दिया है। वेश्यावृत्ति पर शीर्ष अदालत के फैसले के बाद से इस बात की चर्चा जोरों पर है कि क्या वेश्यावृत्ति के पेशे को सम्मान के नजरिये से लोग देखेंगे। पुलिस का रवैया सेक्स वर्करों ( Sex workers ) के प्रति बदल जाएगा या फिर कितनी बदलेगी सेक्स वर्करों की जिदंगी। इस सवालों का जवाब तो आने वाले कुछ वर्षों में ही मिलेगा, लेकिन सर्वोच्च अदालत द्वारा अन्य पेशे की तरह यौन पेश को भी कानूनी करार देते हुए केंद्र और राज्य सरकार के साथ पुलिस एजेंसियों को कई दिशा निर्देश जारी करने से उनके रुख बदलाव आयेगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से माना जा रहा है कि अब यौन कर्मियों को लेकर विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को लागू करने पर सरकारी और गैर सरकारी एजेंसियां जोर देंगी।
केंद्र ने शीर्ष अदालत के निर्देश को मान लिया तो क्या होगा?
- यौनकर्मियों को समान कानूनी सुरक्षा देने की दिशा में सभी एजेंसियों को उठाने होंगे जरूरी कदम।
- किसी वेश्यालय पर छापा मारे जाने पर इसमें शामिल यौनकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। साथ ही केवल इस बात के लिए उन्हें दंडित नहीं किया जाएगा कि वो यौन क्रिया में शामिल हैं।
- पुलिस को सभी यौनकर्मियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करना होगा और मौखिक या शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार नहीं कर सकते।
- अगर कोई सेक्स वर्कर किसी आपराधिक/यौन या अन्य प्रकार के अपराध की रिपोर्ट करता है तो पुलिस इसे गंभीरता से लेगी और कानून के मुताबिक कार्रवाई करेगी।
- यौन उत्पीड़न के शिकार सेक्स वर्कर को तत्काल चिकित्सा देखभाल सहित जरूरी सेवाएं दी जाएंगी।