असंसदीय शब्दों के बाद अब संसद परिसर में धरने प्रदर्शन पर भी लगी रोक, जानें आदेश

असंसदीय शब्दों पर विवाद के बीच संसद भवन परिसर और उसके आसपास में अब प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, अनशन और धार्मिक आयोजन करने पर भी रोक लगा दी गई है.

Update: 2022-07-15 10:14 GMT

असंसदीय शब्दों पर विवाद के बीच संसद भवन परिसर और उसके आसपास में अब प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, अनशन और धार्मिक आयोजन करने पर भी रोक लगा दी गई है. यह आदेश राज्यसभा सेक्रेट्री जनरल पीसी मोदी की ओर से जारी किया गया है. यह आदेश 14 जुलाई को जारी राज्यसभा पार्लियामेंट्री बुलेटिन पार्ट-2 के पेज नंबर 17 पर है. पार्लियामेंट की सिक्योरिटी सर्विस की ओर से संसद भवन परिसर और उसके आसपास में प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, अनशन और धार्मिक आयोजन करने पर राेक लगाने की बात कही गई है.

इसमें सांसदों से इस पर सहयोग करने की बात भी लिखी गई है. विपक्ष ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में तंज कसते हुए कहा है कि अब संसद परिसर में धरना करना भी मना है. इस ट्वीट पर तृणमूल कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है. टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने ट्वीट कर कहा कि हर साल ये नोटिस पार्लियामेंट्री बुलेटिम में जारी करते हैं. विरोध दर्ज करने के लिए प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, उपवास वैध संसदीय रणनीति का हिस्सा हैं. हमें कोई रोक नहीं रहा है. हालांकि, क्या आप कृपया मुझे अपडेट कर सकते हैं. क्या किसी ने हाल ही में कोई धार्मिक समारोह आयोजित नहीं किया ?

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