राजधानी दिल्ली के सात स्थानों की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। इन इलाकों में स्थित निगरानी केंद्रों का वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार के दिन 300 अंक से ऊपर रहा। सफर का अनुमान है कि शुक्रवार को समग्र तौर पर पूरी दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में पहुंच सकती है।
ज्यादा चिंता की बात यह है कि दिल्ली के सात निगरानी केंद्र ऐसे हैं, जहां का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 अंक से ऊपर यानी बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। इनमें शादीपुर, दिलशाद गार्डन और आनंद विहार जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके भी शामिल हैं। सफर का अनुमान है कि शुक्रवार तक समग्र तौर पर दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच सकती है। मौसम के किसी सक्रिय सिस्टम के अभाव में यह स्थिति ज्यादा दिनों के लिए भी बनी रह सकती है।
दिल्ली की हवा में इस समय प्रदूषण का स्तर मानकों से ढाई गुना ज्यादा है। सीपीसीबी के मुताबिक गुरुवार शाम चार बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम-10 की मात्रा 255 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और पीएम-2.5 की मात्रा 177 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। मानकों के मुताबिक हवा में पीएम-10 का स्तर 100 से नीचे और पीएम-2.5 का स्तर 60 से नीचे होना चाहिए। इस तरह से देखा जाए तो दिल्ली की हवा में समय ढाई गुना से भी ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।
बेहद खराब श्रेणी में यहां की हवा
शादीपुर 344
दिलशाद गार्डन 346
एनएसआईटी द्वारका 312
नेहरू नगर 306
बवाना 301
मुंडका 302
आनंद विहार 327