उत्तर प्रदेश में निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता का विश्वास अर्जित करने के इरादे से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य के छह क्षेत्रों से जन विश्वास यात्राशुरू की जिसका मार्ग प्रदेश की सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी ने निर्धारित किया। भाजपा ने राज्य के छह क्षेत्रों से 19 दिसंबर को जन विश्वास यात्रा शुरू की जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड़डा ने अंबेडकर नगर से यात्रा को रवाना किया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झांसी, केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिजनौर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बलिया और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गाजीपुर में यात्रा को हरी झंडी दिखाई और जनसभा को संबोधित किया था।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश जी 2022 (होने वाले विधानसभा चुनाव में) में सपा के लिए कुछ नहीं बचा है, इसलिए 2027 के लिए तैयारी कीजिए। जनविश्वास यात्रा में वरिष्ठ भाजपा नेता मौर्य ने यादव पर तंज कसते हुए कहा, '' अखिलेश जी 2022 (होने वाले विधानसभा चुनाव में) में सपा के लिए कुछ नहीं बचा है, थोड़ी बहुत हिम्मत है तो 2027 के लिए तैयारी कीजिए।''
रविवार को कानपुर में आयोजित रोड शो एवं जन सभा में मौर्य ने कहा ,'' 2014 से भाजपा की विजय यात्रा शुरू हुई थी तब से भाजपा की प्रचंड जीत हो रही है। 2019 में सारे भाजपा विरोधी एक हो गए तब भी भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 64 सीटें मिली और 51 फीसदी वोट देकर जनता ने मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया। ''
भाजपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार मौर्य ने कहा कि अगर जनता ने मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनाया होता तो अयोध्या में क्या रामलला का भव्य मंदिर बन रहा होता, अगर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनाया होता तो क्या जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटता। मोदी की उपलब्धियां गिनाते हुए उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी 300 से अधिक सीटें जीतने जा रही है। कानपुर की यात्रा में केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप वर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश महाना, यात्रा संयोजक बाबूराम निषाद,सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक महेश त्रिवेदी समेत कई प्रमुख नेता मौजूद थे।