सपा प्रमुख यादव ने शुक्रवार को कांशीराम स्मृति उपवन सांस्कृतिक स्थल में संविधान बचाओ महाआंदोलन राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित ''भारतीय संविधान दिवस समारोह व संविधान बचाओ विराट महापंचायत'' को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा।
अखिलेश ने कहा कि ''लोकतंत्र में जो जनता को दुख देता है, समय आने पर जनता उनसे हिसाब किताब करती है। इसलिए जनता ने फैसला किया है कि इस बार भाजपा का सफाया होगा। इस बार अंबेडकरवादी और समाजवादी मिलकर इन्हें हटा देंगे।'' उन्होंने कहा, ''यह कोई नया नहीं है, बाबा साहेब के साथ डॉ. राममनोहर लोहिया मिलकर काम करना चाहते थे। फिर से हम लोगों ने कोशिश की पर वह सपना पूरा नहीं हुआ। लेकिन हमने उम्मीद नहीं छोड़ी है और 2022 में यह सपना जरूर पूरा होगा।''
अपने संबोधन की शुरुआत में यादव ने इस आयोजन के लिए पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि ''हम समाजवादी लोग आपके संकल्प के साथ खड़े हैं और संविधान बचाने के लिए हम आपके साथ हैं।'' यादव ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ''जो लोग यहां से निकले, यहीं से दिल्ली का रास्ता बनाया, उनके लिए मैंने कहा था यहीं से भाजपा का दरवाजा खुला और इस बार उत्तर प्रदेश की जनता ने तय किया है कि इस बार दरवाजा बंद होगा और वह सत्ता से बेदखल होंगे।''
उन्होंने नोट बंदी और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के प्रधानमंत्री के फैसलों की चर्चा करते हुए उन पर तंज कसा। सपा प्रमुख ने पंचायत चुनाव में बेईमानी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई अपना अधिकार मांगेंगा तो पुलिस लाठियों से पीटेगी और बाल पकड़कर खींचेगी।