अनिल बैजल का इस्तीफा, अब कौन होगा दिल्ली का नया उपराज्यपाल? इन पांच नामों पर चर्चा तेज
अपने निजी कारणों का हवाला देते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने (18 मई, 2022) अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 21 मई तक विदेश दौरे पर हैं। संभवत: वहां से लौटने के बाद इस्तीफा मंजूर करेंगे। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के डिप्टी गवर्नर अनिल बैजल ने यह फैसला अपने निजी कारणों से लिया है। बैजल का इस्तीफा ऐसे समय आया है, जब केंद्र सरकार ने दिल्ली के तीनों निगमों के एकीकरण का फैसला ले लिया है।
आपको बता दें कि अनिल बैजल ने साल 2016 में दिल्ली के उपराज्यपाल का पद संभाला था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मतभेदों को लेकर भी उनका नाम काफी चर्चा में रहा था। आपको बता दें कि बैजल 1969 बैच के आईएएस अधिकारी थे और वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार की सरकार के समय केंद्रीय गृह सचिव के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
बैजल के स्थान पर किसकी नियुक्ति होगी इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि केंद्र नौकरशाह को उपराज्यपाल बनाने की लंबे समय से जारी परंपरा के बजाए किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति को नए उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त कर सकता है। सूत्रों के अनुसार, सत्तारूढ़ 'आप' की सरकार के साथ केंद्र के नरम-गरम रिश्तों को ध्यान में रखते हुए ही किसी नए नाम पर फैसला किया जाएगा। उपराज्यपाल अपने पद पर तब तक बने रह सकते हैं, जब तक उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति न हो।
अनिल बैजल के इस्तीफे के बाद अब पांच ऐसे नाम हैं जिन्हें लेकर चर्चाएं तेज है और इनमें से कोई एक दिल्ली का अगला उपराज्यपाल हो सकता है। आइए जानतें हैं कौन हैं वो पांच नाम...
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल
प्रफुल्ल पटेल इस वक्त लक्ष्यद्वीप के उपराज्यपाल हैं। वह लक्ष्यद्वीप में लिए गए अपने कई फैसलों को लेकर विवादों में रहे थे। स्थानीय लोगों ने उनका खासा विरोध किया था। प्रफुल्ल पटेल का नाम दिल्ली के उपराज्यपाल की रेस में इसलिए भी सबसे आगे है क्योंकि, इस साल मार्च में सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट से बैजल के जाने के बारे में लिखा था। साथ ही केजरीवाल ने ट्वीट में कहा था कि लक्ष्यद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल को दिल्ली का अगला एलजी बनाया जा रहा है।
राकेश मेहता
गुजरात काडर के आईएएस अफसर, दिल्ली के पूर्व चीफ सेक्रेटरी और इलेक्शन कमिश्नर रह चुके राकेश मेहता का नाम भी इस रेस में है। राकेश मेहता राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं में रहते हैं जिसके चलते उनका नाम भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
राजीव महर्षि
बैजल की तरह ही राजीव भी पूर्व गृह सचिव रह चुके हैं। साथ ही वह वित्त सचिव कैग के रूप में भी काम कर चुके हैं।
सुनील अरोड़ा
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा जिनका कार्यकाल इसी साल अप्रैल में खत्म हुआ है, वह भी इस रेस में माने जा रहे हैं। सुनील अरोड़ा स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री और सूचना व प्रसारण मंत्रालय में भी सचिव रह चुके हैं।
राकेश अस्थाना
दिल्ली के वर्तमान पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना भी इस रेस में शामिल हैं। उन्हें पिछले साल जुलाई में कमिश्नर बनाया गया था। उनके नियुक्ति को लेकर मामला कोर्ट में भी गया था जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। इस वक्त वह केस सुप्रीम कोर्ट में है। राकेश अस्थाना का सीबीआई महानिदेशक के तौर पर भी कार्यकाल विवादों में रहा है।