आजमगढ़: में अवैध शराब फैक्टरी संचालक पुलिस मुठभेड़ में घायल, 50 हजार का था इनाम
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपी नदीम को पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान नदीम के पैर में गोली लग गई है। इलाज के लिए उसे मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
जहरीली शराब की वजह से आजमगढ़ में सात लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कल एक घर से बड़ी मात्रा में केमिकल, शराब की बोतलें और नकली सिरप बरामद होने के बाद पुलिस ने नदीम को इस कांड का मुख्य आरोपी बताया था। कल ही उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार अहरौला थाना प्रभारी संजय कुमार कुछ सिपाहियों के साथ गश्त पर थे। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि जहरीली शराब कांड का मुख्य आरोपी नदीम कहीं भागने की फिराक में पैदल ही जा रहा है। पुलिस ने सूखीपुर के पास उसकी घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखते ही उसने फायर झोंक दिया।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। नदीम को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह क्षेत्र के रुपईपुर गांव का निवासी है। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि घायल बदमाश के पास से एक पिस्टल और कारतूस बरामद हआ है।
इससे पहले शासन ने आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले में आबकारी इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया था। बीते सोमवार को आजमगढ़ जिले में ठेके की शराब पीने से बीमार पड़े लोगों की सोमवार को मौत हो गई थी। जहरीली शराब से मृत्यु के मामले में आबकारी इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। आबकारी आयुक्त के मुताबिक निलंबित इंस्पेक्टर नीरज सिंह, आबकारी सिपाही सुमन कुमार पाण्डेय व राजेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं।