स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के अधिकारी यह पता लगाने में अभी तक असमर्थ है कि अश्लील वीडियों के पीछे महिला सिपाही राजेश कुमारी के पति खेमाराम की क्या भूमिका थी । एसओजी जानना चाहती है कि खेमाराम ने पहले क्यों तो पुलिस में शिकायत की और क्यों उसे वापिस लिया ।
एसओजी की ओर से कई बार खेमाराम को तलब किया गया । लेकिन अभी तक वह एसओजी के कार्यालय में उपस्थित नही हुआ है । अब उसने व्हाट्सएप से अपना फ़ोटो भी हटा लिया है । उसका फोन तो चालू है, लेकिन उठा नही रहा है । जबकि पहले उसका फोन स्विच ऑफ था ।
खेमाराम की ओर से सर्वप्रथम नागौर के चितावा थाने में अश्लील वीडियो की शिकायत की गई थी । इस शिकायत के बाद ही ब्यावर के डीएसपी हीरालाल सैनी और महिला पुलिसकर्मी राजेश कुमारी की करतूत का खुलासा हुआ । खेमाराम ने पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए दोषियों को दंडित करने का आग्रह किया था ।
इस रिपोर्ट के कुछ ही दिनों बाद ही खेमाराम पलट गया । उसने पुलिस से निवेदन किया कि वह अपनी शिकायत वापिस लेने के साथ ही किसी तरह की कार्रवाई नही चाहता है । एसओजी जानना चाहती है कि रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद राजेश कुमारी का पति खेमाराम उसे वापिस क्यो लेना चाहता था ।
क्या वीडियो वायरल करने में उसकी कोई भूमिका थी ? क्या वीडियो उसकी रजामंदी से तैयार किया गया था ? क्या मुंह बंद करने के लिए उसे कुछ राशि मिली ? ये कुछ ऐसे सवाल है जिनके जवाब एसओजी जानना चाहती है । इसलिए एसओजी द्वारा उसे कई बार तलब किया गया । फिलहाल वह लापता है ।
हीरालाल सैनी द्वारा कल पोक्सो कोर्ट में जमानत की अर्जी पेश की गई जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया । राजेश कुमारी की अर्जी पहले ही अदालत द्वारा निरस्त की जा चुकी है । फिलहाल दोनों जेल में है । राजेश कुमारी का छह वर्षीय पुत्र पार्थ कहां है, यह ज्ञात नही हो सका है । राज्य सरकार द्वारा दोनों को कल बर्खास्त किया जा चुका है ।