डीएसपी और सिपाही के वायरल सेक्सी वीडियो का बड़ा खुलासा, रंगरैली के दौरान मासूम बालक भी रहता था मौजूद
निलंबित पुलिस उप अधीक्षक हीरालाल सैनी और महिला पुलिसकर्मी राजेश कुमारी के घृणित यौन क्रीड़ा का खेल पिछले चार-पांच साल से चला आ रहा है। ये दोनों अक्सर पुष्कर स्थित एक रिसोर्ट में रंगरेलिया मनाते थे। हीरालाल अपने जयपुर स्थित फ्लैट 9/908 पर बहुत कम आता था। जयपुर आगमन के दौरान राजेश कुमारी की हीरालाल से कालवाड़ रोड़ स्थित एक फार्म हाउस पर मुलाकात होती थी।
पता चला है कि रंगरैली के दौरान राजेश कुमारी का छह वर्षीय पुत्र पार्थ भी मौजूद रहता था। स्विमिंग पूल के वीडियो में भी पार्थ को भी अश्लील हरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया है। पार्थ की मौजूदगी में ही दोनों घृणित यौन क्रिया को अंजाम देते रहे है।
राजेश कुमारी की हरकत से उसका पति खेमाराम बहुत परेशान था। पार्थ के जन्म के बाद से ही राजेश कुमारी अपने पति से अलग रह रही है। बताया जाता है कि जिस तरह हीरालाल के कई अन्य महिलाओं से नाजायज ताल्लुकात थे, उसी प्रकार राजेश कुमारी को भी कई गैर मर्दो के साथ देखा गया था।
हीरालाल की अय्याशियों से उनकी पत्नी गीता भी बहुत परेशान थी। उन्होंने कई बार अपने पति को समझाने का प्रयास किया, लेकिन हीरालाल अपनी हरकतों से बाज नही आया। झुंझुनू के बड़गांव निवासी हीरालाल के दो बेटे है। एक बेटे की पिछले साल शादी की थी। जबकि दूसरा अभी पढ़ रहा है।
अय्याश होने के अलावा राजेश कुमारी बहुत लालची भी बताई। हीरालाल सहित वह कई अन्य लोगों से मोटी राशि ऐंठ चुकी है। हीरालाल को ब्लैकमेल करने एवं एकमुश्त मोटी रकम हथियाने के लिए ही खुद उसने अपने किसी अन्य प्रेमी से मिलकर यह अश्लील वीडियो बनवाया। मामला बैठ भी जाता, लेकिन राजेश कुमारी ने बहुत ही मोटी राशि की मांग की थी। हीरालाल 50-60 लाख देने को तैयार था, लेकिन राजेश एक करोड़ चाहती थी।
पुलिस वाले भी इस बहती हुई गंगा में हाथ धोना चाहते थे। इसलिए उन्होंने वीडियो वायरल होने तक खेमाराम की शिकायत से उन्हें अवगत नही कराया। पुलिस वाले "ऊपरी" निर्देश पर इस केस को रफा दफा करने में सक्रिय थे। जब खुद राजेश ने यह वीडियो व्हाट्सअप पर डाला तो सारा रायता बिखर गया।
इस अश्लील विडियो बनाने की कहानी से पर्दा तब उठेगा जब स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसओजी) की जांच पूरी हो जाएगी। निलंबित आरपपीएस अधिकारी हीरालाल सैनी और महिला पुलिसकर्मी राजेश कुमारी के अश्लील वीडियो की जांच एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ की निगरानी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल कर रही है। जांच में दौरान सारी परते खुलने की उम्मीद है।
चूँकि इस बहुचर्चित कांड में सीएमआर का नाम भी आ रहा है, इसलिए मुख्यमंत्री को अपनी छवि को स्वच्छ रखने के लिए उस अधिकारी को अविलम्ब अपने से दूर करना चाहिए जिसके संरक्षण में हीरालाल सैनी समानांतर रूप से ब्यावर में अपनी सल्तनत चला रहा था। सभी जानते है कि हीरालाल का बेरोकटोक सीएमआर में आना जाना था। यदि मुख्यमंत्री ने आस्तीन के सांप को बाहर नही निकाला तो अन्य भयानक घटनाओं की पुनरावृत्ति की संभावनाओं से इनकार नही किया जा सकता है।