बिहार:समस्तीपुर में नाव पलटने से 5 लोगों की मौत,कई लोगों के लापता होने की आशंका
तेज आंधी की वजह से लोगों से भरी एक नाव पलट गई थी
बिहार में बाढ़ से लोगों का बुरा हाल है.लगातार बारिश होने से नदिया उफान पर है.नदियों के जल स्तर बढ़ने से बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित है.ऐसे में लगातार लोगों की बाढ़ से मरने की खबर आ रही है.इस बीच समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र से गुजरने वाली बागमती नदी में बीते शुक्रवार की शाम तेज आंधी की वजह से लोगों से भरी एक नाव पलट गई थी. इस घटना में कई लोग लापता थे, उनमें से पांच लोगों के शव को शनिवार की सुबह बरामद किया गया.अभी भी कई लोगों के लापता होने की आशंका हैं. जिनकी तलाश लगातार जारी है. कुछ लोगों ने तैर कर अपनी जान बचा ली थी.
नाव पर सवार लगभग 15 से 20 लोग शुक्रवार की शाम बाजार से खरीदारी कर लौट रहे थे. उनमें कुछ महिलाएं भी शामिल थीं जो मवेशी का चारा लेकर लौट रही थीं. घटना की सूचना पर स्थानीय थाने की पुलिस और अंचलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव का कार्य शुरू किया. हालांकि रात होने की वजह से रेस्क्यू में परेशानी हो रही थी. इसके बाद शनिवार सुबह फिर से लापता लोगों के खोजने का काम शुरू किया जा सका.
बता दे कि इस घटना में मरने वालों में एक ही परिवार के तीन लोग थे.विजय राम, उसकी पत्नी रीना देवी और पुत्र हसन कुमार भी शामिल हैं. एक ही परिवार से तीन लोगों की हुई मौत के बाद परिजनों में दुःख का पहाड़ टूट गया है. तीनों नाव से नामापुर जा रहे थे. वहीं, दो युवक अमन कुमार व रोहित कुमार का शव भी बरामद किया गया है.
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि बाढ़ प्रभावित इलाका होने के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर किसी तरह की कोई तैयारी नहीं की जाती है. हर वर्ष इस तरह के हादसे होते रहते हैं. ना तो यहां पर एनडीआरएफ की टीम की तैनाती है और ना ही बिजली की कोई व्यवस्था है.
घटना को लेकर एक स्थानीय युवक अनिल कुमार राय ने बताया कि नाव बीते शाम के करीब छह बजे के आसपास डूबी थी. कई लोग तो तैर कर बाहर निकल गए लेकिन अभी भी कई लोग लापता हैं. सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. हर साल बाढ़ आती है फिर भी व्यवस्था नहीं है. एक नाव है उससे ही लोग आते-जाते हैं. तेज हवा के की वजह से वह नाव भी आज डूब गई.