बसपा सुप्रीमों मायावती को उत्तर प्रदेश विधानसभा से पहले एक बड़ा झटका लगा है. जहां बिहार विधानसभा में जीते इकलौते विधायक ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है. उसके सदस्यता ग्रहण करने के बाद अब बिहार में बसपा को कोई विधायक नहीं बचा है.
मिली जानकारी के मुताबिक बिहार प्रदेश में बसपा के इकलौते विधायक मो० जमा खान जदयू में शामिल होंगे और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाये जाएंगे. इस तरह की खबर मिली है हालांकि उन्होंने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है.
कैमूर जिला अंतर्गत चैनपुर विधानसभा सीट से बसपा विधायक मोहम्मद जमा खां अपनी पुरानी पार्टी से नाता तोड़ जदयू में शामिल होने जा रहे हैं। इसके लिए उनकी बात जदयू के कद्दावर नेताओं से हो गई है जल्द ही उनके जदयू में शामिल होने की अधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। इसके लिए वह बहुत दिनों से जदयू नेताओं के संपर्क में थे।
इसको लेकर विधायक जमा खां ने कहा कि उनकी बातचीत जदयू नेताओं से अंतिम दौर में है जल्द ही वह जदयू का दामन थाम सकते हैं। लेकीन दिन समय को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बनी है।
जानकारी हो कि जमा खां पिछ्ले दिनों जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह से उनके आवास पर मुलाकात भी कि थी। उस दौरान जमा खां ने कहा था कि वशिष्ठ नारायण सिंह और वह दोनों एक ही इलाके से आते हैं इसलिए मुलाकात करने चले आए थे। हालांकि उस दिन से ही यह चर्चा चल रही थी की जमा खां जदयू में शामिल होने की चर्चा चल रही थी.
आपको बता दें कि बसपा के साथ यह पहली बार नहीं हो रहा है जहाँ उसके विधायक राजस्थान में कांग्रेस में शामिल हो गये तो कई जगह उसके विधायक बीजेपी के साथ चले गये. बसपा की टिकिट पर जीतने के बाद उनके विधायक उनके कब्जे में कभी नहीं रहते आखिर क्यों?