योगी ने किया था वादा, काम पर लौटा बुलडोजर, शपथ से पहले यूपी के इस शहर मे गर्जा बुलडोजर

Update: 2022-03-15 11:01 GMT

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण से पहले ही एक बार फिर बुलडोजर काम पर लौट आया है। मेरठ के ट्रांसपोर्ट नगर में प्रशासन ने मंगलवार को इनामी बदमाश की अवैध प्रॉपर्टी को ढहा दिया। हाल ही में यूपी में दोबारा बहुमत हासिल करने वाले योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के दौरान दावे किए थे कि बुलडोजरों को मरम्मत के लिए भेजा गया है और 10 मार्च को एक बार फिर इन्हें काम पर लगा दिया जाएगा।

वादे के मुताबिक यूपी में भाजपा की सरकार बनते ही अपराधियों और माफियाओं के अवैध कब्जे और प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। मेरठ में मंगलवार को पुलिस, प्रशासन और एमडीए ने दिल्ली रोड स्थित जगन्नाथपुरी में कुख्यात अपराधी बदन सिंह बद्दो के ठिकाने को जमींदोज कर दिया।

मंगलवार को मेरठ में कुख्यात बदन सिंह बद्दो द्वारा जगन्नाथपुरी के पार्क पर अवैध तरीके से कब्जाई गई जमीन मुक्त कराई गई। 500 मीटर में बनी फैक्टरी में दो स्थायी निर्माण सहित अस्थाई निर्माण बनाया गया था। इस पर दो घंटे तक भारी पुलिस फोर्स के साथ चलाये अभियान में जमीन को कब्ज़ा मुक्त कराया। पुलिस कस्टडी से फरार ढाई लाख के इनामी माफिया बदन सिंह बद्दो की करोड़ों रुपए की कोठी का भी ध्वस्तीकरण किया था। उसकी कोठी भी इसी इलाके में मौजूद थी।  

एमडीए जोनल अधिकारी/अधिशासी अभियंता अरुण शर्मा ने बताया की रिकॉर्ड में रेनू गुप्ता के नाम से ये निर्माण दर्ज है। हालांकि, इस पर कब्ज़ा बदन सिंह बद्दो ने कराया था। अब इस पर कार्रवाई की गई है। यहां एमडीए द्वारा 1500 मीटर में एक पार्क है। इस पर लोगों ने कब्ज़ा कर रखा है। अभी अजय सहगल की भी दुकानें है। इस पर शासन स्तर से प्रक्रिया पूरी होने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की।

पुलिस के मुताबिक बद्दो ने कई सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे किए हैं। उसकी फरारी के बाद पुलिस ने रिकॉर्ड खंगाला। करोड़ों रुपये की संपत्ति बद्दो ने अपने करीबियों के नाम की है। पुलिस और एमडीए ने 50 साल पुराना रिकॉर्ड खंगाला तो यह स्थिति सामने आई। आरोप है कि उसने पंजाबीपुरा वाली कोठी भाभी के नाम गिफ्ट दर्शाकर बैनामा कराया था। भाभी से पुलिस ने कोठी के बारे में जानकारी मांगी तो वह प्रमाण नहीं दे पाई। इसके बाद कोठी को पुलिस और एमडीए ने ध्वस्त कर दिया। अब पुलिस ने बद्दो की जगन्नाथपुरी में एक और संपत्ति का पता लगाया था।

पुलिस का दावा है कि करीब 50 साल पहले जगन्नाथपुरी के एक पार्क पर बद्दो ने कब्जा किया था। पार्क की जमीन पर दुकानें बनाईं और फिर बेच दी थीं। कुछ दुकानें करीबियों के नाम कर दी थीं। पुलिस जांच में इस संपत्ति का पता चला और फिर एमडीए से इसकी जांच कराई गई।

बद्दो की फरारी में अजय उर्फ सोनू सहगल का नाम भी सामने आया था। उसे जेल भेजा गया था। सोनू भी बद्दो का करीबी बताया जाता है। जगन्नाथपुरी में पार्क की जमीन में सोनू की दुकान भी मिली है। पुलिस ने बताया कि सोनू अपनी दुकानों बताकर कोर्ट से स्टे ले आए हैं। उन्हीं दुकानों की बगल में रेनू गुप्ता के नाम से दुकानें हैं, जो बद्दो की निकलीं।

28 मार्च 2019 को बद्दो दिल्ली रोड स्थित मुकुट महल होटल से पुलिस हिरासत से भाग गया था। डीजीपी ने बद्दो पर दो लाख का इनाम कर दिया है। काफी प्रयास के बावजूद पुलिस अब तक उसका पता नहीं लगा सकी है। आईपीएस कृष्ण विश्नोई को तत्कालीन डीजीपी ओपी सिंह ने बद्दो पर कार्रवाई का टास्क दिया था। उन्होंने संपत्ति का पता लगाया और 21 जनवरी 2021 को उसकी पंजाबीपुरा टीपीनगर वाली कोठी को पुलिस व एमडीए ने ध्वस्त कराया था।

Tags:    

Similar News