पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को वाराणसी के चेतगंज में काला झंडा दिखाने के मामले में सराफा कारोबारी की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
आरोप है कि दो मार्च की शाम काशी दौरे पर्र आईं तीन जगह काले झंडे दिखाए गए। चेतगंज लेबर चौराहे के पास जुटे हिंदू युवा वाहिनी के 20-25 कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराकर उनका विरोध किया। ममता गाड़ी से उतरकर विरोध करने वालों के सामने आ गईं और कुछ मिनट तक वहीं खड़ी रहीं।
गंगा आरती के लिए जाते वक्त गोदौलिया चौराहा और दशाश्वमेध पर भी भाजपा के झंडे लहराकर और जय श्रीराम के नारे लगाकर उनका विरोध किया। आरती से लौटते वक्त गोदौलिया चौराहे पर भी दो युवकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए।
इसे लेकर सपा और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने काफी नाराजगी जताई थी। चेतगंज के रहने वाले सराफा कारोबारी नितेश जायसवाल के अनुसार दो मार्च की शाम दुकान के बाहर खड़ा था। इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की फ्लीट गुजर रही थी। अचानक तीन से चार की संख्या में युवकों ने काला झंडा दिखाया।
ममता बनर्जी गाड़ी से उतरीं तो युवकों ने नारेबाजी की और पोस्टर लेकर विरोध जताया। चेतगंज इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता ने बताया कि काला झंडा दिखाने समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी को एक टीम गठित की गई है।