आगरा के थाना खंदौली परिसर में कुत्ते के पिल्ले पर शुक्रवार की रात रिटायर्ड कर्नल की कार चढ़ गई। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पिल्ले को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं आरोपी रिटायर्ड कर्नल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी विपिन कुमार गौतम व अन्य पुलिसकर्मी परिसर में ही तीन माह से एक पिल्ला पाल रहे थे। शुक्रवार की रात रिटायर्ड कर्नल अश्वनी कुमार यादव अपनी पत्नी के साथ ऑडी कार से थाना खंदौली किसी काम से पहुंचे थे।
ढाई महीने पहले थाना परिसर में मादा श्वान के तीन पिल्लों को जन्म दिया। उस समय मौसम सर्द था। पुलिस ने तीनों की देखभाल का इंतजाम किया। वे बीमार पड़े तो डॉक्टर बुलाया। इंजेक्शन लगवाए। उनके लिए दूध का इंतजाम किया। तीनों पिल्ले थाना परिसर में ही रहने लगे। पुलिस के अनुसार शुक्रवार की रात रिटायर्ड कर्नल अश्वनी कुमार यादव अपनी पत्नी के साथ ऑडी गाड़ी से आए थे। उनका अपने खानदानियों से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। वह गाड़ी को थाना परिसर में लेकर आए। जल्दबाजी में उन्होंने यह तक नहीं देखा कि एक पिल्ला कार के आगे था। उस पर पहिया चढ़ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। कहा कि थाना परिसर में ही उन्होंने एक बेजुबान की जान ले ली। सड़क पर गाड़ी चलाते समय कोई जानवर अचानक सामने आ जाए तो कोई बात नहीं। थाना तो पुलिस का घर है। थाने में तैनात हेड कांस्टेबल नागेंद्र सिंह की तहरीर पर कार संख्या के आधार पर कर्नल अश्वनी कुमार यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा 429 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी विपिन कुमार गौतम ने बताया कि श्वान के बच्चे का पोस्टमार्टम कराया गया है। उसके बाद उसे थाने में ही दफना दिया गया है।
थाना प्रभारी खंदौली विपिन कुमार गौतम ने बताया कि थाना में प्रत्येक पुलिस कर्मी बेजुबानों का ध्यान रखता था। यही सोचा था कि तीनों बड़े हो जाएंगे तो चले जाएंगे। पुलिस ही उन्हें खाना देती। बीमार होने पर दवा देती थी। पुलिस कर्मियों की आंखों के सामने एक पिल्ले पर गाड़ी चढ़ गई। सभी को बहुत दुख हुआ।
'इट इज नॉट इंपॉर्टेंट'
थाना परिसर में कुत्ते की मौत के बाद रिटायर्ड कर्नल अपनी पत्नी के साथ ऑडी कार से उतरे। इस पर पास खड़े पुलिसकर्मियों ने उनसे कुत्ते की मौत की बात कही। इस पर रिटायर्ड कर्नल की पत्नी ने कहा कि इट इज नॉट इंपॉर्टेंट। यह कह कर दोनों कार लेकर थाने से चले गए।