मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों लोग पहुंचते हैं। कई बार बारकोड स्कैन न होने से उन्हें टिकट खरीदने में जो समस्याएं आती हैं, कुछ लपके इस समस्या का फायदा उठाने लगे हैं। इस समस्या के चलते एक अलग ही व्यवसाय ताजमहल व अन्य स्मारकों पर व्यस्थित होकर संचालित होने लगा है जो पर्यटकों को टिकट उपलब्ध कराता है इसके बदले अधिक रुपये वसूले जाते है।
ताजमहल के पास लपकों का आतंक रोकने के लिए प्रशासन ने प्रभारी के रूप में एसडीएम को तैनात किया है। दो अप्रैल से ताजमहल के पास व्यवस्थाओं में बदलाव किया जाएगा, जिसमें गाइडों को शिल्पग्राम में सुविधा केंद्र से काम करने, यूनिफार्म पहनने और बायोमेट्रिक कार्ड जैसी व्यवस्थाओं के तहत काम करना होगा। बृहस्पतिवार को एसडीएम के साथ गाइड एसोसिएशन ने शिल्पग्राम में गाइड सुविधा केंद्र के लिए स्थान देखा।
डीएम प्रभु एन सिंह के साथ बुधवार को हुई बैठक के बाद बृहस्पतिवार को शिल्पग्राम में सीओ कार्यालय में एसडीएम के साथ गाइडों ने चर्चा की। सीओ ताज सुरक्षा ने कहा कि कोई भी लपका शिल्पग्राम या पार्किंग में प्रवेश नहीं करेगा। गाइड शुल्क डिस्प्ले बोर्ड पर शिल्पग्राम में प्रदर्शित किया जाएगा ताकि पर्यटकों को गाइडों की सेवाओं की जानकारी हो सके। इस बैठक में दीपक दान सहित गाइड एसोसिएशन के सदस्य मौजूद रहे।
लपकों पर लगाम के लिए किया प्रदर्शन
राष्ट्रीय हिंदू परिषद ने ताजगंज पुरानी मंडी चौराहे पर धरना प्रदर्शन करते हुए लपकों पर लगाम लगाने की मांग की। परिषद के अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने कहा कि प्रशासन गाइडों का कोड नंबर और ड्रेस जारी करे ताकि पर्यटक लपकों और असली गाइडों में भेद कर सकें। प्रदर्शन के दौरान रमन कुशवाह, विजय शर्मा, दुर्गेश गुप्ता, मनोज वर्मा, शिवम चौहान, मनोज शर्मा, नितिन गौतम, राहुल शर्मा, आकाश जैन, राज चौहान आदि मौजूद रहे।